धर्म और संस्कृति के वाहक हैं श्री कृष्ण…जन्माष्टमी पर बोले बीएपीएस प्रमुख महंत स्वामी जी महराज
स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी का धूम-धाम से भव्य आयोजन किया गया. इस साल बीएपीएस संस्था के प्रमुख और गुरु महंत स्वामी जी महाराज की उपस्थिति में मनाया गया. इस दौरान कार्यक्रम में कई श्रद्धालु मौजूद रहे. संस्था के बाल एवं युवा स्वयंसेवकों ने भगवान श्री कृष्ण की लीला गाथाओं नाटक के रूप में पेश किया. इसके साथ ही कार्यक्रम में सभी संतो ने श्री कृष्ण महिमा का गुणगान किया.
परम पूज्य महंत स्वामी जी महाराज ने श्रद्धालुओं को कहा, ‘आज भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिन है. वो धर्म और संस्कृति के वाहक हैं. भगवान स्वामीनारायण ने भगवान श्री कृष्ण के चरित्रों का उल्लेख करते हुए सभी को प्रेरणा दी है. भगवान कृष्ण ने अपने जीवन से हमे नम्रता सिखाई. भगवद् गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि मैं हर युग में प्रकट होता हूं. भगवान और सत्पुरुष पृथ्वी से कभी जाते नहीं हैं.’ इसके बाद सभी श्रद्धालुओं ने हिंडोले में विराजमान श्रीकृष्ण के बाल रूप का मनोहारी दर्शन किए.
कौन हैं स्वामीनारायण संस्था के प्रमुख?
महंत स्वामी महाराज इस समय बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक गुरु और प्रमुख हैं. वो अमेरिका के अक्षरधाम मंदिर और अबू धाबी के बीएपीएस हिंदू मंदिर भी के निर्माता हैं. बीएपीएस राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अपने राहत कामों के लिए प्रसिद्ध है. इसके साथ ही अक्षरधाम सहित 1400 मंदिरों और सांस्कृतिक परिसरों के निर्माण के भी लिए प्रसिद्ध हैं.
अबू धाबी में बनवाया हिन्दू मंदिर
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने ही अबू धाबी में हिन्दू मंदिर बनाया है. बीएपीएस हिंदू मंदिर अबू धाबी राजस्थान को गुलाबी पत्थरों से बना मिडिल-ईस्ट का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है. ये मंदिर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच एक दोस्ती का प्रमाण है. महंत स्वामी महाराज इस समय बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के आध्यात्मिक गुरु और प्रमुख हैं. वो अमेरिका के अक्षरधाम मंदिर और अबू धाबी के बीएपीएस हिंदू मंदिर भी के निर्माता हैं.