अकासा की फ्लाइट में मिला ‘एक्सपायर’ खाना, झुनझुनवाला से है कनेक्शन

अगर आप भी फ्लाइट में सफर करते हैं तो ये खबर आपके लिए काम की साबित हो सकती है. फ्लाइट में सफर के करने दौरान यात्रियों को नाश्ता और खाना दिया जाता है. कई बार ये खाना खराब क्वालिटी का भी निकल जाता है. हाल ही में भी ऐसा ही मामला सामने आया है जहां यात्री को एक्सपायर ब्रेकफास्ट परोसा गया है. मामला अकासा एयरलाइन का है. इस एयरलाइन का शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला से भी तगड़ा कनेक्शन है.
अकासा एयरलाइन की प्लाइट में यात्रियों को खराब खाना परोसे जाने का मामला सामने आया है. एक यात्री ने इस मामले की शिकायत सोशल मीडिया पर की है. यात्री के अनुसार, शनिवार को गोरखपुर-बंगलूरू फ्लाइट में यात्रियों को कथित तौर पर एक्सपायरी डेट का खाना परोसा गया, जिसके बाद एयरलाइन गलती स्वीकार कर खेद व्यक्त किया और कहा कि कुछ यात्रियों को अनजाने में भोजन परोसा गया, जो हमारे गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करता था. एयरलाइन का कहना है कि घटना की विस्तृत जांच की जा रही है.
शिकायत के बाद कंपनी का बयान
यात्री की शिकायत के बाद अकासा एयरलाइन ने रविवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि वह गोरखपुर से बंगलूरू की प्लाइट क्यूपी 1883 में सवार यात्री द्वारा पहले से पैक किए गए भोजन के संबंध में उठाई गई चिंता से अवगत है. एयरलाइन पूरी तरह से स्वीकार करती है कि फ्लाइट में पहले से पैक किया गया खाना परोसा गया. रविवार को दिए एक बयान में एयरलाइन ने कहा कि वह गोरखपुर से बेंगलुरु की फ्लाइट क्यूपी 1883 में सवार एक यात्री द्वारा पैक किए गए खाने संबंधी उठाई गई चिंता से अवगत हैं और पूरी तरह से गलती स्वीकार करते है. हम इस मामले में यात्री से संपर्क में हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए जांच कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं नहीं होंगी.
राकेश झुनझुनवाला से कनेक्शन
अकासा एयरलाइन में राकेश झुनझुनवाला ने 35 मिलियन डॉलर यानी करीब 278 करोड़ रुपए का निवेश किया है. उनकी इस एयरलाइन में करीब 40% हिस्सेदारी है. वो एयरलाइन के बिजनेस में ऐसे समय में उतरे जब फ्यूल प्राइस काफी हाई है और कई कंपनियां परेशानियों से जूझ रही है.
आप क्या करें?
अगर आपको भी कभी एयरलाइन में सड़ा या खराब क्वालिटी का खाना परोसा जाए तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं. फूड रेगुलेटर की ओर से एयरलाइंस को दिए गए दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि फ्लाइट किचन और फ्लाइट के अंदर कैटरिंग के लिए लाइसेंस में डिस्क्लोजर अनिवार्य है. एयरलाइंस को एक HQ का पता दे रजिस्टर करना होगा. किसी और से अपने लिए ब्रांडिंग के बाद खाना ले रहे हैं तो इसकी जानकारी रेगुलेटर को देनी होगी.

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