अखिलेश यादव ने ऐसी क्या कह दी बात… स्पीकर ओम बिरला के पीछे वाली दीवार की ओर देखने लगे सभी सांसद

भाजपा सांसद ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बने हैं. ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद खुद पीएम नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी उन्हें उनकी सीट तक छोड़कर आए. लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद बोलते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जब संसद में बोलना शुरू हुए किया तो ऐसी बात कह दी कि लोकसभा के सभी सांसद स्पीकर की कुर्सी के पीछे की दीवार की ओर देखने लगे.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को बधाई देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आप जिस पद पर बैठे हैं. उस पद से कई गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं. उन्हें विश्वास है कि यह परंपरा बिना किसी भेदभाव के जारी रहेगी और स्पीकर के तौर पर काम करते हुए वह हर सदस्य और हर पार्टी को बराबर सम्मान और मौके देंगे.
स्पीकर की चेयर के पीछे दीवार में क्रैक

#WATCH | SP chief Akhilesh Yadav says, “…I congratulate you and extend you best wishes on behalf of all my colleagues. The post that you are occupying has glorious traditions attached to it. We believe that this will continue without any discrimination and as Lok Sabha Speaker pic.twitter.com/bvtyX892Ib
— ANI (@ANI) June 26, 2024

स्पीकर के चुनाव के बाद लोकसभा में बोलते हुए अखिलेश यादव ने स्पीकर की चेयर के पीछे दीवार में क्रैक की बात कही और कहा कि दीवारों में सीमेंट दिखाई दे रहे हैं. दरअसल स्पीकर की चेयर के पीछे ऊपर की दीवार का डिजाईन ऐसा है कि दो अलग-अलग पार्ट हैं, जिसमें बीच में गैप है और दोनों पार्ट को अशोक चक्र जोड़ते हुए दिखता है.
दरअसल अखिलेश यादव अपने इस बयान से दो संदेश देना चाहते थे. पहला ये कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच दूरी है, दरार है और स्पीकर की भूमिका इसमें सीमेंट की होती है. यानी स्पीकर सीमेंट की तरह सत्ता पक्ष और विपक्ष को तमाम अहम मसलों पर जनता के हित में जोड़ने और दूरियां मिटाने का काम करें. इसी तंज को आगे बढ़ाते हुए अखिलेश ने कहा कि आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता है ही लेकिन आपका अंकुश सत्ता पक्ष पर भी रहे.
नई संसद के डिजाईन पर उठाया सवाल
अखिलेश यादव ने अपने इस बयान से नई संसद के डिजाईन को लेकर भी सवाल उठाया. अखिलेश यादव ने कहा कि उनका इशारा संसद में अधूरे काम के बारे में भी था, जिसमें इतने लंबे समय के बाद टाइल्स के बीच सीमेंट फिनिशिंग दिखाई दे रही है, तार दिखाई दे रहे है. उनका यह भी कहना है कि जिस तरह से इमारत को डिज़ाइन किया गया है, उस पर उन्हें आपत्ति है, खासकर सूरज की रोशनी के अंदर नहीं आने पर.
अखिलेश यादव ने अपने भाषण में कहा कि वह इस सदन में पहली बार आये हैं. उन्हें लगा कि लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी बहुत ऊंची होगी, क्योंकि वह जिस सदन को छोड़कर आए हैं. वहां सदन की कुर्सी बहुत ऊंची है. वह किससे कहें कि यह कुर्सी और ऊंची हो जाए. जहां ये नया सदन है.

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