अब कहां जाएंगी शेख हसीना? बांग्लादेश छोड़ भारत आए 50 घंटे से ज्यादा का वक्त, लेकिन ठिकाना तय नहीं
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता लगातार बनी हुई है. हालांकि अंतरिम सरकार का गठन कल गुरुवार को होने जा रहा है. लेकिन वहां पर हिंसा का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. बड़ी संख्या में लोगों को मारा जा रहा है. घर जलाए जा रहे हैं और तोड़फोड़ किए जा रहे हैं. वहीं सोमवार को पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद भारत आईं शेख हसीना का अगला ठिकाना कहां होगा, इस पर अभी भी संशय बना हुआ है.
शेख हसीना के ढाका से निकलकर भारत आए 50 घंटे से भी ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन उनके अंतिम ठिकाने को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है. पहले कहा जा रहा था कि वो लंदन जा सकती हैं, लेकिन वहां से हरी झंडी नहीं मिलने की वजह से उन्हें भारत में ही रूकने को मजबूर होना पड़ा. अमेरिका भी उनके लिए अपने दरवाजे खोलने को राजी नहीं है. ऐसे में वह अब अन्य विकल्पों को तलाश रही हैं.
इन देशों पर विचार कर सकती हैं शेख हसीना
भारतीय मीडिया में दावा किया जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री हसीना ब्रिटेन में राजनीतिक शरण लेने के अपने शुरुआती प्रयास में नाकाम हो चुकी हैं. अब उनकी नजर यूएई, सऊदी अरब या फिर फिनलैंड पर लगी है जहां वह राजनीतिक शरण लेने पर विचार कर रही हैं. हालांकि, उनके बेटे सजीब वाजेद जॉय की ओर से कहा गया है कि शेख हसीना ने अभी कहीं भी शरण नहीं मांगी है.
जॉय ने कहा कि वे (शेख हसीना) उन जगहों पर जा सकती हैं जहां उनके परिवार के लोग रहते हैं, जैसे कि अमेरिका, ब्रिटेन, फिनलैंड या फिर भारत. जॉय ने यह भी बताया कि वे अभी वाशिंगटन में रहे हैं हैं, जबकि उनकी मौसी लंदन में रहती हैं. इसी तरह उनकी बहन दिल्ली में रहती हैं, इसलिए वे अभी भी उनके सटीक ठिकाने के बारे में कुछ साफ तौर पर नहीं कह सकते हैं.
इस्तीफे के बाद से भारत में रह रहीं हसीना
एक अन्य दावे में कहा गया है कि पूर्व पीएम शेख हसीना उन देशों (अमेरिका, ब्रिटेन, फिनलैंड के साथ भारत) में जा सकती हैं जहां उनके परिवार के सदस्य रह रहे हैं. हसीना के इस्तीफे के दिन सोमवार को बांग्लादेश के विपक्ष के सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि अमेरिका ने शेख हसीना को वीजा देने से मना कर दिया है. हालांकि, अमेरिका ने इस मामले में खुलकर कुछ भी नहीं कहा है.
अनिश्चितताओं के बीच मंगलवार को यह खबर आई कि पूर्व प्रधानमंत्री जल्द भारत छोड़ने नहीं जा रही हैं, वह अभी कुछ और दिन यहीं पर रहेंगी. हालांकि, अभी यह पता नहीं चल सका है कि नई दिल्ली उन्हें कितने दिनों तक रहने की अनुमति देगी.