अब समय आ गया है कि घर लौट आएं… कश्मीरी पंडितों से फारूक अब्दुल्ला की बड़ी अपील
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला का कश्मीरी पंडितों को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि हमारे भाई-बहन जो यहां से चले गए हैं, वे घर वापस आ जाएं. अब समय आ गया है कि उन्हें घर वापस लौट जाना चाहिए. हम सिर्फ कश्मीरी पंडितों के बारे में नहीं सोचते हैं, बल्कि हम जम्मू के लोगों के बारे में भी सोचते हैं.
फारूक अब्दुल्ला की ओर से यह बयान दशहरा के मौके पर आया. एनसी चीफ श्रीनगर के श्रीनगर के एसके स्टेडियम में दशहरा कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि हमें उनके साथ (कश्मीरी पंडितों) के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, उन्हें भी यह महसूस होना चाहिए कि नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार उनकी दुश्मन नहीं है. हम भारतीय हैं और हम सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं.
‘किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा’
यह पूछे जाने पर कि क्या कश्मीरी पंडितों को राजनीतिक रूप से मदद किया जाएगा? फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हां क्यों नहीं करेंगे हम सबको मदद करेंगे चाहे वह कश्मीरी हो मुस्लिम हो पंजाबी हो जम्मू कश्मीर का कोई भी रहने वाला हो उसके साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा ना मैं ना मैं करूंगा ना मेरे पिता ने कभी किया.
#WATCH श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि हमारे भाई-बहन जो यहां से चले गए हैं, वे घर वापस आ जाएं। अब समय आ गया है, उन्हें अपने घर वापस लौट जाना चाहिए। हम सिर्फ कश्मीरी पंडितों के बारे में नहीं सोचते, बल्कि हम जम्मू के pic.twitter.com/IqduKWTP2h
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 12, 2024
सालों बाद ऐसा देखने को मिला है जब फारूक अब्दुल्ला दशहरा के कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. मीडिया ने जब उनसे इसके पीछे की वजह के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मुझे बुलाया ही नहीं जाता था. पांच साल तक मैं सांसद भी रहा, इसके बाद भी किसी ने नहीं बुलाया.
उन्होंने आगे कहा कि इस बार मुझे बुलाया है तो मैं आया हूं. मुझे बहुत अच्छा लगा. मैं ये अपने वालिद के जमाने में देखा करता था. तब हमारे हिंदू भाई भी बहुत थे जो उनमें शामिल होते थे. आज उनकी कमी महसूस हो रही है. अल्लाह करे कि अगले साल उनकी कमी भी दूर हो जाए.
जम्मू-कश्मीर को यूनाइटेड करना पहली प्राथमिकता
जम्मू कश्मीर में आने वाली सरकार की प्राथमिकता क्या होगी पर एक सवाल के जवाब में डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मेरे सरकार की पहली प्राथमिकता यह होगी कि जम्मू और कश्मीर को यूनाइटेड किया जाए. आपस में जो नफरत की भावनाएं चुनाव के बीच पैदा हुई है उन्हें दूर किया जाए, स्टेटहुड पहले से ही हमारे एजेंट में है इसे बहाल किया जाना चाहिए ताकि स्टेट अपना काम कर सके.
चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़ी पार्टी
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में रहे. नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है और सहयोगी पार्टी कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं. बीजेपी 29 सीटें जीतने में कामयाब रही. इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़ी पार्टी भी बनकर उभरी.
वहीं जम्मू संभाग में एक बार फिर लोगों ने अपना भरोसा बीजेपी पर जताया. 2014 में बीजेपी 25 सीटों से जीती थी और सरकार पीडीपी के साथ बनाई थी, लेकिन इस बार 29 सिट जीती है. इन चुनाव में साफ तौर पर पोलराइजेशन देखने को मिली है जहां एक तरफ कश्मीर घाटी में लोगों ने नेशनल कांफ्रेंस पर भरोसा जताया और वही जम्मू संभाग में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई.