अमिताभ बच्चन से लेकर रामदेव तक सब क्यों दिखा रहे स्विगी में दिलचस्पी, कहीं ये तो नहीं वजह
ऑनलाइन खाना डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी इन दिनों चर्चा में बनी हुई है. कंपनी की सफलता को देखते हुए अब बॉलीवुड दिग्गज अमिताभ बच्चन से लेकर दिग्गज निवेशक रामदेव अग्रवाल ने भी स्विगी में निवेश किया है.आखिर ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी करने वाली कंपनी में दिग्गज इतनी दिलचस्पी क्यों दिखा रहे हैं ये सोचने वाली बात है. आइए जानते हैं क्या है कारण…
स्विगी जल्द ही IPO लाने वाली है. इसके जरिये करीब 10,400 करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट है. IPO के बाद कंपनी का मूल्यांकन 1.25 लाख करोड़ रुपये हो जाने की उम्मीद है. जिसको देखते हुए बाजार के दिग्गज निवेशक लालची हो रहे हैं.
रामदेव ने यहां भी लगाए हैं पैसे
अमिताभ बच्चन के फैमिली ऑफिस ने स्विगी के कर्मचारियों और शुरुआती निवेशकों से शेयर खरीदकर ये डील पूरी की है. वहीं दूसरी ओर रामदेव अग्रवाल ने एक महीने पहले ही क्विक कॉमर्स फर्म Zepto में 66.5 करोड़ डॉलर के फंडिंग राउंड में निवेश किया था. सूत्रों के मुताबिक, दोनों दिग्गजों ने स्विगी में भारी भरकम रकम का निवेश किया है.
क्या करती है कंपनी?
स्विगी भारत की सबसे बड़ी फूड टेक कंपनी है. यह अपने IPO के जरिये 15 अरब डॉलर यानी 1.25 लाख करोड़ रुपये का वैल्यूएशन हासिल करना चाहती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्विगी अपने IPO के जरिये 1-2 अरब डॉलर यानी लगभग 10,400 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है. अगर ऐसा होता है तो यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा.स्विगी को मशहूर जापानी निवेशक मासायोशी सन के सॉफ्टबैंक का भी साथ हासिल है. कंपनी भारत में अपनी मजबूत पकड़ और ऑनलाइन फूड डिलीवरी की बढ़ती मांग का फायदा उठाना चाहती है. कंपनी को अपने अनलिस्टेड शेयरों की अच्छी खासी मांग देखने को मिल रही है.
इस प्लेटफार्म को टक्कर दे रही स्विगी
स्विगी पिछले कई सालों से भारतीय फूड डिलीवरी बाजार में जोमैटो को कड़ी टक्कर दे रही है. रॉयटर्स के मुताबिक, कंपनी ने पिछले कुछ सालों में अपने कारोबार का विस्तार किया है. कंपनी अब इंस्टामार्ट के जरिये ग्रोसरी डिलीवरी और स्विगी जिनी के माध्यम से पिक एंड ड्रॉप सर्विसेज भी दे रही है.
स्विगी का IPO भारतीय टेक क्षेत्र के सबसे बड़े IPO में से एक होगा. यह IPO कंपनी की ग्रोथ स्टोरी और कारोबार के विस्तार की रणनीति को दर्शाता है. IPO से जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल सेवाओं के विस्तार, टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने और नए बाजारों में प्रवेश करने के लिए किया जाएगा.