अरब देशों के साथ मेगा मीटिंग करने जा रहा चीन, जानें 20 साल पहले शुरू हुआ ये मिशन कहां तक पहुंचा

चीन और अरब देशों के बीच मेगा मीटिंग होने जा रही है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने रविवार को कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन-अरब राज्य सहयोग मंच की 10वीं मेगा मीटिंग (10th Ministerial Meeting Of The China-Arab States Cooperation Forum) करने जा रहे हैं. यह मीटिंग 30 मई को चीन की राजधानी बीजिंगमें होगी.
इस मीटिंग में बहरीन के राजा हमद बिन ईसा अल खलीफा, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी, ट्यूनीशियाई राष्ट्रपति कैस सैयद और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान शामिल होंगे. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और चीनी विदेश मंत्री वांग यी, अफ्रीका के देश मॉरिटानिया के विदेश मंत्री मोहम्मद सलेम औल्ड मेरज़ौक के साथ बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे.
20 साल पहले शुरू हुआ था सम्मेलन
चीन और अरब देशों के बीच इस मिशन को इस साल 20 साल हो जाएंगे. यह मिशन साल 2004 में चीन और अरब देशों के बीच रिश्तों को मजबूत करने के मकसद से शुरू हुआ था. जिसके बाद साल दर साल मिशन ने तरक्की हासिल की और चीन-अरब देशों के बीच मजबूत रिश्तों, विकास, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, कारोबार का जरिया बना. साल 2022 में, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सऊदी अरब की राजधानी रियाद में अरब राज्यों के नेताओं के साथ पहली बार चीन-अरब राज्य शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे और संबंधों के विकास के लिए एक खाका तैयार किया था.
चीन-अरब रिश्ते अपने बेहतर समय में
इसी महीने, शी जिनपिंग ने बहरीन में 33वें अरब लीग शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए एक संदेश भेजा था. जिसमें उन्होंने कहा था कि “चीन-अरब संबंध फिलहाल अपने सबसे अच्छे समय में हैं”, और उन्होंने उम्मीद जताई की कि दोनों देश 10वीं मेगा मीटिंग में बाकी और सेक्टर में एक-दूसरे को और फायदा पहुंचाने के लिए सहयोग को बढ़ाने का काम करेंगे.
मिशन की तरक्की
चीन और अरब राज्यों के बीच अंतराष्ट्रीय संबंध काफी बेहतर है. निंग्ज़िया यूनिवर्सिटी के चीन-अरब रिसर्च संस्थान के डायरेक्टर ली शॉक्सियन ने कहा, “चीन और अरब की मीटिंग राजनीतिक और डिप्लोमेटिक रिश्तों और चीन-अरब सहयोग को आगे बढ़ाने वाला एक प्रमुख इंजन बन गई है.” 20 साल से चलते आ रहे इस मंच ने जहां इन देशों के बीच सहयोग को बढ़ाया, कारोबार को बढ़ाया वहीं पिछले साल, चीन ने सभी 22 अरब राज्यों के साथ बेल्ट एंड रोड के निर्माण पर द्विपक्षीय सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए. ली ने कहा, “बेल्ट एंड रोड चीन और इन सभी देशों के लिए विकास का रास्ता बन गया है.” बेल्ट एंड रोड चीन को पूरी दुनिया से जोड़ने वाले दो नए व्यापार रूट विकसित करने की एक योजना है.
चीन-अरब देशों के बीच बढ़ा व्यापार
चीन और अरब देशों के बीच व्यापार भी लगातार बढ़ा है. सऊदी अरब में चीनी राजदूत चांग हुआ ने हाल ही में कहा कि चीन-अरब व्यापार में इन 20 सालों में काफी इजाफा हुआ है. चीन-अरब व्यापार में 10 गुना की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इन देशों के बीच व्यापार साल 2004 में 36.7 अरब डॉलर से बढ़कर साल 2023 में 398.1 अरब डॉलर हो गया है.
संस्कृति बढ़ाने की तरफ भी उठाया कदम
न सिर्फ कारोबार बल्कि एक दूसरे की संस्कृति को भी देश अपनाने की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं. राष्ट्रपति शी ने चीनी भाषा को बढ़ाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात में 100 चीनी भाषा के स्कूल खोले, इस प्रोजेक्ट का मकसद है कि वहां के छात्र भी चीन की भाषा सीखे, चीन की संस्कृति को समझे साथ ही द्विपक्षीय दोस्ती को बढ़ाया जाए.
फिलहाल, संयुक्त अरब अमीरात में 171 चीनी भाषा के स्कूल है और 71,000 छात्र चीनी भाषा सीख रहे हैं. राष्ट्रपति शी जिनपिंग और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच साल 2019 में एक भाषा प्रोग्राम शुरू किया गया था.

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