अशोक तंवर प्रवासी पक्षी हैं, डाल-डाल पर जाना उनका चरित्र… हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का तंज

अशोक तंवर की कांग्रेस में घर वापसी हो गई है. गुरुवार को उन्होंने बीजेपी को अलविदा कह दिया. उनके इस कदम पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने तंज कसा है. विज ने कहा कि अशोक तंवर प्रवासी पक्षी हैं. डाल-डाल पर जाना उनका चरित्र है. अशोक जैसे लोग किसी के नहीं होते हैं. ऐसे लोगों के आने-जाने से रत्तीभर फर्क नहीं पड़ता. इसके साथ ही विज ने कई अन्य मुद्दों पर भी कांग्रेस को घेरा.
अनिल विज ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जो असली कांग्रेस है, वह शाम तक अपने आप को नकली कहना शुरू कर देती है. जो नकली कांग्रेस है, वह शाम तक अपने आप को असली कहना शुरू कर देती है. यह आपस में एक-दूसरे को असली और नकली सिद्ध करने में लगे हुए हैं.
इनको राहुल गांधी का आशीर्वाद प्राप्त है
दिल्ली में पकड़ी गई नशे की बड़ी खेप को लेकर उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. जब हिमाचल में कांग्रेस के मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हम नशा बोएंगे. अगर यह बोएंगे तो बेचेंगे भी. बेचेंगे तो यह चोरी भी करेंगे. चोरी करेंगे तो दो नंबर में बिक्री करेंगे. इनको तो मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी का आशीर्वाद प्राप्त है.
ये भी पढ़ें- अशोक तंवर की कैसे हुई कांग्रेस में वापसी, किसने लिखी स्क्रिप्ट? पढ़ें इनसाइड स्टोरी
भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आरोप ‘हरियाणा को बेरोजगारी में नंबर वन बनाने में मोदी का हाथ है’ पर उन्होंने कहा कि हुड्डा तथ्यों से अनभिज्ञ हैं. बेरोजगारी सबसे ज्यादा कांग्रेस के समय पर रही. 70 सालों में से 50 से 60 साल तक कांग्रेस ने एकछत्र राज किया. यह उन्हीं की पैदा की हुई बीमारी है. इसको हमने काफी हद तक हल किया है.
हुड्डा इतनी बात करते हैं लेकिन मिलने नहीं गए
कांग्रेस नेता चरणजीत चन्नी ने कहा है कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनते ही शंभू बॉर्डर खोल दिया जाएगा… इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज तक शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों से कांग्रेस का एक भी नेता मिलने नहीं गया. पंजाब का एक भी नेता मिलने नहीं गया. हुड्डा इतनी बात करते हैं लेकिन मिलने नहीं गए. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. इंडिया गठबंधन के नेता किसानों से जाकर बात कर लें. उनको समझाएं तो रास्ता अपने आप खुल जाएगा.
ये भी पढ़ें- Haryana Election: राहुल गांधी की फुर्ती और बीजेपी की सुस्ती क्या आखिरी 3 दिन की आजमाइश से तय हो गई हरियाणा की सत्ता?

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *