अश्विन ने दलीप ट्रॉफी में निकाली बल्लेबाजों की बड़ी गलती, DRS को बताया गेमचेंजर
दलीप ट्रॉफी में चार टीमें एक-दूसरे मुकाबला कर रही हैं. बेंगलुरु में इंडिया ए की भिड़ंत इंडिया बी से हो रही है. वहीं अनंतपुर में इंडिया सी और इंडिया डी के बीच मैच खेला जा रहा है. इस बीच टीम इंडिया दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने घरेलू क्रिकेट खेलने वालों बल्लेबाजों की एक बड़ी कमी बताई है. इंडिया डी के बल्लेबाज रिकी भुइ का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा है कि अब फ्रंट फूट पर बैट को पैड से पीछे रखना घातक साबित हो सकता है. अश्विन ने DRS को गेमचेंजर बताते हुए कहा कि इसी वजह से ये बड़ी कमी सामने निकलकर आई है.
बल्लेबाजों की गलत टेक्निक
दलीप ट्रॉफी के दूसरे दिन मानव सुथार की गेंद पर रिकी भुइ LBW का शिकार हो गए थे. इसी का उदाहरण देते हुए अश्विन ने DRS को गेमचेंजर बताया. इस गेंद पर भुइ अपने बैट को पैड के पीछे रखकर फ्रंट फूट पर डिफेंस कर रहे थे. गेंदबाज ने आउट की अपील लेकिन ऑन फील्ड अंपायर ने मना कर दिया. इसके बाद उन्होंने इसका रिव्यू मांगा, जिसमें टीवी अंपायर ने फैसला पलटते हुए आउट करार दिया. अश्विन ने इसी घटना की तस्वीर सोशल मीडिया पर की और कहा कि बल्लेबाज की टेक्निक सही नहीं है. DRS आने के बाद से इस टेक्निक के साथ बल्लेबाज 10 में से 10 बार आउट हो सकता है.
DRS for domestic cricket is not just for the right decisions to be made.
Ricky Bhuvis dismissal last evening against Manav Suthar is a classic case of a batter who will get away with this technique 10/10 times in FC cricket.
This was not a faulty technique pre DRS but now it pic.twitter.com/Ip2BXHgJBe
— Ashwin (@ashwinravi99) September 7, 2024
अश्विन ने DRS को बताया गेमचेंजर
अश्विन ने खुलासा किया कि DRS के पहले घरेलू मैचों के दौरान बल्लेबाज इसी तरह फ्रंट फूट पर आकर खेलते थे और आउट होने से बच जाते थे. उनका मानना है कि DRS के पहले ये तरीका ठीक था लेकिन अब ये एक बहुत बड़ी गलती है. अश्विन ने DRS को घरेलू क्रिकेट में अहम बताते हुए कहा कि बल्लेबाज अब घरेलू स्तर पर ही अपनी इस कमी को सुधार सकते हैं.
अश्विन का मानना है कि इस टेक्निक के साथ इंटरनेशनल लेवल बल्लेबाज का करियर खतरे में आ सकता है. क्योंकि जब तक वह अपनी कमी को समझकर सुधार लाने की सोचेगा तब तक टीम से बाहर निकल चुका होगा. बता दें इंटरनेशनल क्रिकेट में DRS आने के बावजूद भारत के घरेलू क्रिकेट में इसे नहीं लागू किया गया था. 2019-20 के रणजी सीजन में बीसीसीआई ने इसे लागू किया था, जिसके लिए अश्विन ने बोर्ड को धन्यवाद कहा.