आईटी सेक्टर नहीं… यहां मिल रही अच्छी पैकेज पर नौकरी, इस रिपोर्ट में हुआ खुलासा

टेक्नोलॉजी सेक्टर के तेज गति से विकसित होने के बीच इनोवेशन और डिजिटल विशेषज्ञता के लिए भारत एक वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहा है. इसलिए प्रतिभा की मांग, कौशल प्राथमिकताओं और पारिश्रमिक के समीकरण को समझना जरूरी है. आज इसके बारे में डिटेल में जानेंगे साथ में यह भी पता लगाएंगे कि अभी किस फील्ड में अच्छी सैलरी मिल रही है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
टीमलीज़ डिजिटल ने वित्त वर्ष 2025 के लिए डिजिटल स्किल्स और सैलरी प्राइमर नाम से अपनी एक रिपोर्ट पब्लिश की है, जिसमें इसके बारे में जानकारी दी गई है. रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024 तक भारत के तकनीकी बाजार का आकार 254 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जिसे 2025 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. दक्षता और इनोवेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए, भारत में वर्तमान में 1600 से अधिक जीसीसी हैं, जिनमें 1.66 मिलियन से अधिक पेशेवर काम कर रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत अगले 5-6 वर्षों में 800 नए जीसीसी का स्वागत करने के लिए तैयार है, जो वैश्विक तकनीकी केंद्र के रूप में देश की बढ़ती भूमिका को सामने रखता है. दिलचस्प बात यह है कि कोलकाता, अहमदाबाद और वडोदरा जैसे टियर-2 शहरों में जीसीसी स्थापित करने की प्रवृत्ति बढ़ रही है.
30% बढ़ेगा क्लाउड निवेश
आईटी प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज में अगले पांच वर्षों में क्लाउड निवेश 25-30% बढ़ने वाला है. अनुमान के मुताबिक, आईटी उत्पाद और सेवाएं 2026 तक भारत की जीडीपी का 8% हिस्सा होंगी और क्लाउड समाधान अपनाते हुए ये भारत में 14 मिलियन नौकरियां पैदा करेंगी, जो इस क्षेत्र की आर्थिक प्रभाव की क्षमता को स्पष्ट करता है. वहीं प्रिज्माक्लाउड, सेल्सफोर्स, आईटीएसएम, पावरबीआई और ओरेकल के हुनर में तेज मांग देखी जा रही है, जबकि रिपोर्ट स्केच, यूआई पाथ, स्प्लंक और ऑटोमेशन एनीव्हेयर की घटती मांग के बारे में बताती है.
इतनी होगी सैलरी?
इस नॉन-टेक सेक्टर में तकनीकी प्रतिभा पूल का 7.86% सीएजीआर के साथ विस्तार होने की उम्मीद है, जो वित्त वर्ष 2012 में 7.65 लाख से बढ़कर वित्त वर्ष 27 तक 11.15 लाख तक पहुंच जाएगा. यह विभिन्न पारंपरिक उद्योगों में तकनीकी के बढ़ते एकीकरण को उजागर करता है. रिपोर्ट इन-डिमांड कौशल और संबंधित वेतन ब्रैकेट के बारे में भी विस्तृत जानकारी मुहैया कराती है. जीसीसी में एआई/एमएल इंजीनियर की नौकरी के कार्य लगभग होते हैं.
शुरुआती वेतन 8.2 लाख रुपए सालाना है जो 8 वर्ष से अधिक के अनुभव के साथ सीनियर लेवल पर 43 लाख रुपए सालाना तक जा सकता है. आईटी उत्पाद और सेवा क्षेत्र में, एक बिग डेटा डेवलपर को शुरुआती स्तरों पर 9.7 लाख रुपए सालाना और वरिष्ठ स्तरों पर 20.7 लाख रुपए सालाना का लगभग वेतन मिल सकता है. गैर-तकनीकी क्षेत्रों में तकनीकी कार्यों को ध्यान में रखते हुए, एसएपी एबीएएपी सलाहकार की भूमिका का प्रारंभिक वेतन लगभग 7.2 लाख रुपए सालाना है, जो कि 8+ वर्षों के अनुभव के साथ 31 लाख रुपए सालाना तक जा सकता है. अन्य मांग वाली भूमिकाओं में डेवऑप्स इंजीनियर, आईओटी इंजीनियर, सूचना सुरक्षा विश्लेषक और ऑटोमेशन इंजीनियर शामिल हैं और प्रत्येक को अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर प्रतिस्पर्धी वेतन मिलता है.

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