आटे से बनी इस रोटी को खाने से नहीं बढ़ता शुगर लेवल, जानें कब और कैसे खाएं
घरों में बासी रोटी को कोई नहीं खाता है. लोगों को लगता है कि ऐसी रोटी खाने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बासी रोटी डायबिटीज मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है. इससे शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने से मदद मिलती है और शरीर को अच्छा पोषण भी मिलता है. डायबिटीज मरीजों में बासी रोटी के बहुत से फायदे हैं.
डॉक्टर बताते हैं कि सामान्य रोटी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है, लेकिन जब रोटी बासी हो जाती है तो उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जाता है. ऐसे में यह शुगर लेवल को कंट्रोल करने में फायदेमंद रहती है. ऐसी रोटी में विटामिन बी और कैल्शियम होता है. डायबिटीज के मरीज इस तरह की रोटी का सेवन कर सकते हैं.
बासी रोटी कब तक खानी चाहिए
गाजियाबाद में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ.अजय जैन बताते हैं कि रोटी बनने के 12 घंटे के भीतर उसको खा लें. इससे ज्यादा बासी रोटी नहीं होनी चाहिए. कुछ लोग रोटी बनने के एक दिन बाद उसको खाते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए. बासी रोटी को 14 घंटे के बाद खाते हैं तो ये शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है. ऐसे में जरूरी है कि 12 से 14 घंटे के भीतर इसको खा लें. इससे ज्यादा देरी करने से रोटी में बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जो पेट में इंफेक्शन का कारण बनते हैं.
कैसे खाएं बासी रोटी
बासी रोटी को आप ठंडे दूध के साथ खा सकते हैं. बासी रोटी को ठंडे दूध में 10 से 20 तक भिगोकर रखें और उसको खा लें. कोशिश करें कि इसको दोपहर या शाम के समय खाएं. इससे काफी फायदा मिल सकता है. इस तरह बासी रोटी खाने से आपको पूरा पोषण मिलता है, हालांकि बासी रोटी खाने से पहले आपको अपने डॉक्टर से भी सलाह लेनी चाहिए. अगर पेट से संबंधित कोई इंफेक्शन है तो इस तरह की रोटी को खाने से बचें.
वजन कंट्रोल में फायदा
बासी रोटी वजन कंट्रोल करने में भी काफी फायदेमंद होती है. इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर होता है. इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म अच्छा और तेज होता है. मेटाबॉलिज्म अच्छा होने से शरीर में फैट नहीं बढ़ता है.