आतंक के खिलाफ पाकिस्तानी सेना का बड़ा एक्शन, एक हफ्ते में 37 आतंकवादी ढेर
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने तालिबान का गढ़ रहे आतंकवादी ठिकानों पर एक हफ्ते से अधिक समय में कई छापेमारी करके 37 विद्रोहियों को मार गिराया है. सेना ने शुक्रवार को कहा कि सैनिकों ने देश के अशांत दक्षिण-पश्चिम में अन्य जगहों पर भी पांच विद्रोहियों को मार गिराया है.
बलूचिस्तान प्रांत में पुलिस, सुरक्षा बलों और नागरिकों पर कई हमलों में विद्रोहियों द्वारा 50 से अधिक लोगों की हत्या के बाद से पाकिस्तान ने आतंकवादियों और एक छोटे अलगाववादी समूह के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है.
अब तक 37 आतंकी मारे गए
सेना ने एक बयान में कहा कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की तिराह घाटी में रात भर में एक दर्जन आतंकवादी मारे गए. इसमें कहा गया है कि 20 अगस्त से अब तक मारे गए विद्रोहियों की संख्या 37 हो गई है.
सेना ने एक अलग बयान में कहा कि सुरक्षा बलों ने तीन अभियानों में पांच विद्रोहियों को भी मार गिराया, जिनके बारे में उनका कहना था कि वे बलूचिस्तान में हाल के घातक हमलों में शामिल थे.
शिखर सम्मेलन बर्बाद
नया घटनाक्रम तब आया जब कुछ ही घंटों बाद आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने सीनेट को बताया कि बलूचिस्तान में हाल के हमलों का उद्देश्य शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन को बर्बाद करना था, जिसकी इस्लामाबाद अक्टूबर में मेजबानी करेगा. नकवी ने अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया.
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी
बलूचिस्तान में हालिया हिंसा की जिम्मेदारी प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने ली थी. बलूचिस्तान लंबे समय से चल रहे विद्रोह का केंद्र रहा है, जिसमें अलगाववादी समूहों की एक श्रृंखला मुख्य रूप से सुरक्षा बलों पर हमले कर रही है. अलगाववादी केंद्र सरकार से आजादी की मांग कर रहे हैं.