आधी रोटी खा लूंगा, लेकिन गुरु को… बीजेपी में जाने की अटकलों पर बोले JMM विधायक दशरथ गागराई
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. आज यानी रविवार को चंपई रांची से दिल्ली आ गए हैं. चर्चा है कि चंपई सोरेन के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा के दो विधायक भी दिल्ली पहुंचे हैं. हालांकि, चंपई सोरेन का कहना है कि वो अपने निजी काम के लिए दिल्ली आए हैं. झारखंड में सियासी अटकलों के बीच अब झामुमो के विधायक दशरथ गागराई ने बीजेपी में जाने की खबर का खंडन किया है.
जेएमएम विधायक दशरथ गागराई ने राज्य के पूर्व सीएम शिबू सोरेन को अपना गुरु बताया है. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन उनके नेता हैं. आधी रोटी खा लेंगे लेकिन गुरु जी के मान-सम्मान को नीचे नहीं आने देंगे. गागराई की ओर से यह बयान तब आया है जब चंपई सोरेन के साथ-साथ उनके नाम पर भी चर्चा चल रही है.
चंपई सोरेन बोले- निजी काम से दिल्ली आया हूं
दूसरी ओर चंपई सोरेन ने कहा है कि हम अपने निजी काम के लिए दिल्ली आए हैं. अभी हमारी किसी से मुलाकात नहीं हुई है. पूर्व सीएम के इस बयान बाद अब यह सवाल उठ रहे हैं कि राज्य में सियासी उथल-पुथल की चर्चा के बीच ऐसा क्या हुआ कि सोरेन अचानक रांची से दिल्ली पहुंच गए.
चंपई को लेकर क्या बोले झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष?
चंपई सोरेन को लेकर अटकलों पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो ने कहा कि यह सब अफवाह हैं, अटकलें ही हैं. चंपई सोरेन जी यहां अपनी बेटी से मिलने आए हैं इलाज कराने आए हैं. ऐसी कोई नाराजगी नहीं है और चंपई सोरेन कहीं जा नहीं रहे, चंपई जी ने इस बात को लेकर खुद ही कहा कि मैं कहीं भी जा नहीं रहा.सभी नेताओं की ख्वाहिश होती है कि वह मुख्यमंत्री की सीट पर रहकर ज्यादा से ज्यादा काम करें.
इस साल के अंत में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जमीन घोटाला मामले में जेल जाने से पहले हेमंत सोरेन ने राज्य की कमान चंपई सोरेन की सौंपी थी. करीब पांच महीने बाद जून में जेल से रिहा होने के बाद हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाते हुए राज्य की कमान एक बार फिर से अपने हाथ में ले ली है और मुख्यमंत्री हैं. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से चंपई सोरेन नाराज चल रहे हैं. हालांकि, उनकी नाराजगी अभी तक खुलकर सामने नहीं आई है.
असम के सीएम कर चुके हैं तारीफ
चंपई सोरेन को लेकर सियासत उस समय गरम हो गई थी जब पिछले दो दिन पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने उनकी तारीफ कर दी. असम के सीएम झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी हैं. उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन का कार्यकाल सबसे अच्छा रहा है. वह एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं, उनके ऊपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता.