आपकी पेटीएम की आदत पॉकेटमारों का धंधा कर रही है चौपट, जेबकतरे हो गए बेरोजगार
‘मैं अपने हाथ की कमाई खाता हूं…दुनिया के सारे हाथ एक तरफ और मेरा एक हाथ एक तरफ..’ देवानंद की मशहूर फिल्म ‘पॉकेटमार’ का ये डायलॉग पॉकेटमारों की जिंदगी की असली कहानी है. अपने हाथ की सफाई से कमाई करने वाले जेबकतरे जब किसी का बटुआ मारते हैं तो एक हाथ से दूसरे हाथ तक को खबर नहीं लगती. कभी पॉकेटमारी बॉलीवुड का पसंदीदा सब्जेक्ट हुआ करती थी, देवानंद से लेकर धर्मेंद्र तक कई बड़े स्टार्स ने पर्दे पर लोगों की जेबें काटीं और उनकी फिल्मों को खूब तारीफें भी मिलीं. हीरो ही नहीं कई हीरोइनों ने भी लोगों की जेबें काटकर अपनी फिल्मों को हिट कराया लेकिन जिस तरह फिल्मों से ये सब्जेक्ट गायब हुआ वैसे ही अब पॉकेटमारी के मामले भी कम होने लगे हैं.