आरोपियों को संरक्षण दे रही ममता सरकार….कोलकाता रेप कांड पर बोले सुधांशु त्रिवेदी

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को 31 साल की पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर हुआ. इस घटना के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष सवालों के घेरे में आ गए. जिसके बाद घोष ने इस्तीफे दे दिया. इन सब के बीच बीजेपी एमपी सुधांशु त्रिवेदी ममता सरकार पर हमलावर नजर आए. उन्होंने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई सवाल खड़े किए. सुधांशु त्रिवेदी नेममता सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है.
कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप-हत्या के बाद लोगों का गुस्सा गुस्सा फूट पड़ा है. देश भर के डॉक्टर नाराजगी जाहिर कर रहे है. वहीं बीजेपी एमपी सुधांशु त्रिवेदी ने कहा की कोलकाता की घटना में अपराधियों को जिस तरह से संरक्षण दिया जा रहा है, वह घटना से भी अधिक दुखद है. आगे उन्होंने कहा की जिस तरह से आरजी कर कॉलेज के प्रिंसिपल को 24 घंटे के भीतर दुसरे कॉलेज के प्रिंसिपल के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है, वह बंगाल सरकार द्वारा की जा रही जांच पर संदेह पैदा करता है.
प्रिंसिपल के प्रति सहानुभूति क्यों
सुधांशु त्रिवेदी ने ममता सरकार से सवाल करते हुए पुछा कि पश्चिम बंगाल की सीएम को उस प्रिंसिपल के प्रति सहानुभूति क्यों है. मेरा टीएमसी सरकार से सीधा सवाल है कि इतने दिन क्यों दिए जा रहे हैं. क्या यह हेरफेर के लिए है? उन्होने संदेशखली की घटना से जोड़ते हुए कहा कि जांच सीबीआई को क्यों नहीं सौंपी जा रही है? सुधांशु त्रिवेदी ने इंडी गठबंधन को भी निशाने पर लिया. उन्होने कहा, आपराधियों को इंडी गठबंधन बचा रही है.
कौन हैं प्रिंसिपल संदीप घोष
साल 2021 में संदीप घोष पहली बार मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल बने थे. इससे पहले वह दो मेडिकल कॉलेजों के एमएसवीपी हुआ करते थे. संदीप घोष एक ऑर्थोपेडिक सर्जन यानी हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं. प्रिंसिपल बनाए जाने से पहले घोष मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और नेशनल मेडिकल कॉलेज के एमएसवीपी थे.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *