इंतकाम की आग में जल रहे यूक्रेन ने एक हफ्ते के अंदर रूस को दिए 2 गहरे जख्म
यूक्रेन सेना ने रूस में अपने ऑपरेशन के दूसरे हफ्ते में एक और कामयाबी हासिल की है. यूक्रेन सेना ने बताया कि उसने रूस सेना के लिए रणनीतिक तौर अहम माने जाने वाले ब्रिज को नष्ट कर दिया है. यूक्रेनी सेना ने रविवार को पुल पर हमले का हवाई फुटेज जारी किया, जिसमें हमले के बाद एक बड़ा धुएं का गुबार उड़ता देखा जा सकता है. बताया जा रहा है कि यह ज़्वानोई में सेयम नदी के ऊपर किया गया था.
हमले के कुछ घंटों बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि कुर्स्क में सैन्य घुसपैठ के मकसद में रूसी हमलों को रोकने के लिए ‘बफर जोन’ का निर्माण शामिल है. 2022 से चल रहे इस युद्ध में यूक्रेनी सेना रूस के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चली रहा है.
“एक और ब्रिज खत्म”
यूक्रेन एयर फोर्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मायकोला ओलेशुक ने हमले की फुटेज के साथ सोशल मीडिया पर लिखा, “एक और पुल टूट गया” जनरल ओलेशुक ने आगे कहा, “यूक्रेनी एयर फोर्स का जेट दुश्मन की सप्लाई क्षमताओं को खत्म करना जारी रखे हुए है, ऐसे ऑपरेशन दुश्मन को खास तौर पर प्रभावित करते हैं.
ज़्वानोई में सेयम नदी के ऊपर बना ये पुल रूस सेना की आवा-जाही और रसद सप्लाई के लिए अहम माना जाता है. इस हफ्ते की शुरुआत में यूक्रेन ने ग्लुशकोवो शहर के पास सेयम नदी पर बने एक और पुल को नष्ट किया था. उस पुल का इस्तेमाल भी क्रेमलिन अपने सैनिकों को आपूर्ति करने के लिए करता था.
दो हफ्तों से ज्यादा गुजर जाने के बाद लगा रहा है कि यूक्रेन सेना को रूसी सीमा में रुकने और ऑपरेशन का दायरा और बढ़ाने का प्लान है. रूस हमले की शुरुआती से ही यूक्रेनी सेना के पीछे हटने की मांग कर रहा है. रूस ने कुर्स्क इलाके से अपनी अबादी को खाली करा लिया है और वे विस्थापित होकर टेंटों में रहने के लिए मजबूर हैं.
मॉस्कोने घुसपैठ पर क्या कहा?
मॉस्को ने इस घुसपैठ को एक बड़ी उकसावे वाली कार्रवाई बताया है और इसका उचित जवाब देने की कसम खाई है. जैसे-जैसे यूक्रेन पश्चिमी रूसी क्षेत्र में आगे बढ़ता जा रहा है, रूसी सेनाएं भी यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में अपनी बढ़त बना रही हैं और हाल के हफ्तों में उन्होंने कई गांवों पर कब्ज़ा कर लिया है.
रूस यूक्रेन युद्ध में हो रही इस डेवलपमेंट के बाद दुनिया में एक बार फिर बड़ी जंग का डर बढ़ गया है. रूस यूक्रेन के खिलाफ अपने परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की भी धमकी दे चुका है. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी संस्था IAEA के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने चेतावनी दी है कि रूसी कब्जे वाले यूक्रेन में ज़ापोरिज्जिया बिजली संयंत्र में परमाणु सुरक्षा के हालात बिगड़ रहे है, क्योंकि साइट की आस-पास ड्रोन हमला हुआ है.