इजराइल के खिलाफ खुलेगा नया फ्रंट, पुतिन की चाल से अरब में आएगा प्रलय!
सीरिया-लेबनान बॉर्डर पर इजराइल ने जो कुछ किया है, उससे विनाश की ग्लोबल आग भड़कने का खतरा बढ़ गया है. इजराइल ने हिजबुल्लाह की हथियार सप्लाई लाइन को काटने के लिए सीरिया से लगते लेबनानी सीमा पर बहुत बड़ी एयर स्ट्राइक कर दी है. इससे पुतिन और उनकी सेना भी भड़क गई है. माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में रूस सीरिया की तरफ से इजराइल के खिलाफ नया फ्रंट खुलवा सकता है. अगर ऐसा हुआ तो अरब में बहुत बड़ी प्रलय आ जाएगी.
इजराइल ने हिजबुल्लाह के सप्लाई रूट को कैसे ध्वस्त किया अब इसे समझिए. सीरिया से सटे लेबनान बॉर्डर पर IDF ने भीषण बमबारी कर दोनों देशों का संपर्क काट दिया है. इजराइली सेना ने लेबनान को सीरिया से जोड़ने वाले एकमात्र मसना क्रॉसिंग को बमबारी कर तबाह कर दिया है. इस हमले के साथ ही इजराइल ने सीरिया से हिजबुल्लाह के हथियार सप्लाई रूट को काट दिया है.
मसना क्रॉसिंग क्यों है खास?
पश्चिमी मीडिया के मुताबिक मसना वो क्रॉसिंग है जिसके जरिए हिजबुल्लाह को सीरिया से ईरानी हथियारों की सप्लाई होती थी. इस हमले के साथ ही सीरिया से हिजबुल्लाह को होने वाले हथियारों की सप्लाई बंद हो गई है, इतना ही नहीं इजराइली एयरफोर्स ने 2 किलोमीटर लंबी टनल को भी तबाह कर दिया है. हमले में वो टनल बर्बाद हुई है, जो लेबनान को सीरिया से जोड़ती थी. माना जाता है, इस टनल से भी हिजबुल्लाह को ईरान के हथियार भेजे जाते थे. इस टनल पर हिज्बुल्लाह की यूनिट-4400 का ही कंट्रोल था.
टनल के अंदर ही कई हथियार गोदाम मौजूद थे, इजराइली की एयर स्ट्राइक में ये हथियार गोदाम भी जल गए हैं. इजराइल ने लेबनान को सीरिया से जोड़ने वाले एक मात्र सड़क और टनल को तबाह कर दिया है. इसलिए अब हिजबुल्लाह के पास सीरिया के जरिए सप्लाई के लिए तीन रूट ही बचे हैं.
ये रूट हैं
मार बाउन, नहर अल कबीर, शेबा फार्म्स
लेकिन ये मुख्य सड़कें नहीं है, ये जंगल या पहाड़ियों के बीच का कच्चा रास्ता है. इसपर ट्रक नहीं जा सकते, इसलिए हिजबुल्लाह को बड़े पैमाने पर तेज गति से हथियार ट्रांसफर नहीं हो पाएंगे. इसका फायदा सीधे इजराइल का मिलेगा.
इजराइल के लिए मुश्किल
इजराइल के लिए मुश्किल ये है कि सीरिया बॉर्डर पर हमले के बाद रूस और ईरान भड़क गए हैं. इजराइल ने जिस हाईवे को तबाह किया है वो रूस और ईरान के लिए अहम हाईवे था. माना जा रहा है कि ऐसे में अब सीरिया की सीमा से रूस हिजबुल्लाह के लड़ाकों को इजराइल के खिलाफ उतार सकता है. ऐसी स्थिति में इजराइल के खिलाफ एक और फ्रंट खुल जाएगा.
अरब में महायुद्ध का खतरा बढ़ा
इजराइल के इस हमले पर रूस और चीन ने एतराज जताया है. ऐसे में अरब में महायुद्ध का खतरा बढ़ गया है. सीरिया वो देश है जो कई शक्तियों का सेंटर प्वाइंट है, साथ ही सीरिया रूसी सेना का गढ़ है. सीरिया में ईरान के IRGC के हेडक्वार्टर और कई ठिकाने हैं, सीरिया में अमेरिका का बेस भी है. वहीं सीरिया में ISIS की मौजूदगी के साथ साथ कई ईरानी प्रॉक्सी सक्रिय हैं. ऐसे में इजराइल के इस हमले से सीरिया में उथल पुथल मचना तय माना जा रहा है.
इजराइल ने न सिर्फ हिजबुल्लाह के जमीनी सप्लाई रूट को तबाह कर दिया है बल्कि हवाई हथियार सप्लाई को भी रोक रखा है. तेहरान से एक कार्गो प्लेन हिजबुल्लाह को हथियार सप्लाई करने के लिए बेरूत आ रहा था, लेकिन इजराइली सेना ने धमकी देकर उसे वापस लौटने पर मजबूर कर दिया.
हिजबुल्लाह के हमले जारी
महायुद्ध के खतरे के बीच हिजबुल्लाह भी इजराइल को बुरी तरह से दहला रहा है. हिजबुल्लाह ने 24 घंटे के अंदर इजरायल में 300 से ज्यादा रॉकेट फायर किए हैं. हिज्बुल्लाह के हमले से गोलन हाइट्स पर मौजूद IDF के ट्रेनिंग सेंटर में आग लग गई. हिजबुल्लाह ने कई धमाके करके इजराइल के साफेद को भी दहला दिया है. हिजबुल्लाह के हमले के बाद गैलिली में कई जगहों पर आग लगने की खबरें हैं.
हिजबुल्लाह अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है, लेकिन सच ये है कि उसकी सैन्य शक्ति करीब-करीब खत्म हो चुकी है. उसके हथियार खत्म हो रहे हैं. सप्लाई ठप हो गई है, ऐसे में उसका अंत निकट लग रहा है.