इजराइल को बाइडेन कर रहे पूरा समर्थन, लेकिन इस एक चीज में कदम किए पीछे
ईरान ने इजराइल पर मंगलवार को बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया. इस हमले में ईरान ने 180 से ज्यादा मिसाइल इजराइल पर दागी. ईरान के इस अटैक के बाद से ही पूरी दुनिया में हल चल मच गई है. इस अटैक के बाद जहां प्रधानमंत्री नेतन्याहू एक्शन मोड में आ गए हैं. वहीं, सभी देश भी एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं.
ईरान के इजराइल पर किए गए हमले के तुरंत बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस अटैक की निंदा की. साथ ही उन्होंने कहा था कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी और हमारा इजराइल को पूरा समर्थन है. इस अटैक के बाद उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी ईरान की निंदा की थी.
इस चीज पर कदम किए पीछे
एक तरफ जहां राष्ट्रपति बाइडेन लगातार इजराइल को ईरान के अटैक को लेकर समर्थन कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ बाइडेन ने इस एक चीज पर अपने कदम पीछे ले लिए हैं. दरअसल, बुधवार को इन हमलों को देखते हुए जी-7 की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई. इस मीटिंग में राष्ट्रपति बाइडेन ने इजराइल को ईरान के हमले के जवाब में उसके परमाणु स्थलों पर किसी भी तरह का अटैक करने का विरोध किया.
बाइडेन ने कहा, अमेरिका इजराइल का पूरी तरह समर्थन करता है. जी-7 की मीटिंग के बाद बाइडेन ने कहा, हम सभी सात देश सहमत हैं कि इजराइल को ईरान के इस अटैक के खिलाफ एक्शन लेने का अधिकार है लेकिन उनका जवाबी हमला प्रोपोरशनल (Proportional) होना चाहिए. जी-7 देशों में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान और अमेरिका शामिल है.
ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगाए जाएंगे
इस बैठक में यह भी चर्चा हुई कि ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे. राष्ट्रपति बाइडेन इस बात को समझ रहे हैं कि इजराइल अगर ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाता है तो न सिर्फ ईरान बल्कि मिडिल ईस्ट में तबाही मच जाएगी.
ईरान के अटैक के बाद बाइडेन ने ईरान का समर्थन करते हुए कहा था कि ईरान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. साथ ही उन्होंने अमेरिका की सेना को ईरान की मिसाइल को रोकने के आदेश भी दिए थे. बाइडेन ने कहा था कि ईरान का हमला बेअसर रहा. इजराइल को इससे नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि इजराइल के एडवांस एयर स्पेस सिस्टम ने ईरान की मिसाइलों को हवा में ही ढेर कर दिया.