इजराइल पर हमला ईरान को पड़ा भारी, अमेरिका ने तेल टैंकरों पर लगाया प्रतिबंध
अमेरिका ने 1 अक्टूबर को इजराइल के खिलाफ ईरान के हमले के जवाब में तेल और पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्रों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. इसमें अमेरिका ने ईरान के दर्जनों नई कंपनियों और फर्मों पर बैन लगा दिया है. ट्रेजरी विभाग का कहना है कि वह ईरान के तथाकथित छाया बेड़े, जिसे डार्क फ्लीट भी कहा जाता है, के जहाजों पर कार्रवाई कर रहा है, जो मौजूदा प्रतिबंधों को दरकिनार कर ईरानी तेल बेच रहे हैं.
बता दें कि इन जहाजों को प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी के लिए उपयोग किया जाता है. विभाग ने ईरानी पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खेप में उनकी संलिप्तता के कारण 10 कंपनियों और 17 जहाजों को बैन कर दिया है.
कंपनियों और जहाजों पर प्रतिबंध
विदेश विभाग ने यह भी घोषणा की है कि वह छह अन्य कंपनियों और छह जहाजों पर प्रतिबंध लगा रहा है, क्योंकि वे जानबूझकर ईरान से पेट्रोलियम या पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद, अधिग्रहण, बिक्री, ट्रांसपोर्ट या मार्केटिंग के लिए महत्वपूर्ण लेनदेन में शामिल रहे हैं. ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने एक बयान में कहा कि आज के प्रतिबंधों का लक्ष्य ईरान द्वारा अपने ऊर्जा उद्योग से प्राप्त राजस्व को घातक और विध्वंसकारी गतिविधियों के वित्तपोषण में लगाना है. जिसमें परमाणु कार्यक्रम का विकास, बैलिस्टिक मिसाइलों और मानव रहित हवाई वाहनों का प्रसार शामिल है.
ईरान के हमले के खिलाफ अमेरिका का एक्शन
ये प्रतिबंध ईरान के हमले के खिलाफ अमेरिका की प्रतिक्रिया का हिस्सा हैं, जिसमें उसने तेहरान समर्थित आतंकवादी नेताओं और ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के एक जनरल हसन नसरल्ला की हत्या के प्रतिशोध में इजराइल के खिलाफ लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं. इजराइल ने कहा है कि इस साल अपने क्षेत्र पर ईरान के दूसरे प्रत्यक्ष हमले पर उसकी प्रतिक्रिया घातक, सटीक और आश्चर्यजनक होगी.
तेल क्षेत्रों पर हमला करने की नसीहत
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले हफ्ते संवाददाताओं से कहा था कि इजराइल को तेल क्षेत्रों पर हमला करने के अलावा अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए, ऐसी खबरों के बीच कि वह ऐसा करने की योजना बना रहा है. उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि प्रतिबंधों की घोषणा राष्ट्रपति द्वारा अमेरिका के सहयोगियों और साझेदारों के साथ परामर्श के बाद की जा रही है.
सुलिवन ने एक बयान में कहा कि ये उपाय ईरान को उसके मिसाइल कार्यक्रमों का समर्थन करने और अमेरिका, उसके सहयोगियों और साझेदारों के लिए खतरा पैदा करने वाले आतंकवादी समूहों को समर्थन देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वित्तीय संसाधनों से वंचित करने में मदद करेंगे.
तेहरान को परिणाम भुगतने होंगे
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि वाशिंगटन ने इजराइल पर हमले के बाद स्पष्ट कर दिया था कि तेहरान को परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने एक बयान में कहा कि इसी उद्देश्य से, हम आज ईरानी शासन द्वारा अपने परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल विकास को वित्तपोषित करने, आतंकवादी छद्मों और साझेदारों का समर्थन करने और पूरे मिडिल ईस्ट में संघर्ष को जारी रखने के लिए उपयोग किए जाने वाले फंडिंग को रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं.