इजराइल पर हमला करने में देरी क्यों कर रहा ईरान? सामने आई ये बड़ी वजह
ईरान की राजधानी तेहरान में 31 जुलाई को हमास के सुप्रीम लीडर इस्माइल हानिया पर इजराइल ने अटैक किया था, जिसमें हानिया की मौत हो गई थी. हानिया की मौत के बाद से ही ईरान और इजराइल के रिश्तों की दरार और बढ़ गई, जिसके बाद ईरान ने साफ कह दिया था कि इजराइल को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा और ईरान इजराइल पर किसी भी वक्त हमला करेगा.
हालांकि, अब ईरान- इजराइल पर हमला करने में देरी कर रहा है, जिसकी वजह है इजराइल और गाजा के बीच युद्धविराम को लेकर बढ़ती बातचीत. दरअसल, इन दिनों गाजा में युद्धविराम के लिए अमेरिका लगातार कोशिश कर रहा है, जिसका कुछ असर नजर आ रहा है, इसी के चलते ईरान अब इजराइल पर जवाबी कार्रवाई में कम से कम कुछ और दिनों की देरी करने के लिए राजी हो गया है.
क्या है वजह
अमेरिका इस्माइल हानिया की मौत के बाद से ही ईरान और इजराइल के बीच तनाव कम करने की कोशिश कर रहा है और युद्धविराम की जद्दोजहद में लगा है. हालांकि, हानिया की मौत के बाद ईरान ने इजराइल पर हमला करने की कसम खाई है और वो युद्धविराम समझौते की बढ़ती संभावनाओं के बीच इस हमले में थोड़ी देर कर रहा है, लेकिन उसने पूरी तरह से यह नहीं कहा है कि वो हमला नहीं करेगा.
कतर ने ईरान से क्या कहा
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कतर के प्रधान मंत्री मोहम्मद अब्दुलरहमान अल थानी ने भी ईरान को इजराइल के खिलाफ जवाबी हमला कुछ दिनों रोकने के लिए कहा है, मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि ईरान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बघेर कानी के साथ कतर के पीएम ने बात की और उन्होंने तेहरान से इजराइल पर हमला करने से पहले हमले के “गंभीर परिणामों” पर विचार करने के लिए कहा.
युद्ध में अब तक 40 हजार लोगों की मौत
पिछले साल 7 अक्टूबर से इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग में पूरा गाजा जल रहा है, अब तक इस युद्ध में इजराइल ने गाजा पर कई हमले किए हैं, जिसमें हाल ही में सामने आई गाजा की हेल्थ मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, साथ ही कई लोग घायल हैं. साथ ही गाजा में लोगों के पास बुनियादी चीजे खाने-पीने की चीजे, कपड़े, दवाई भी नहीं बचा है. इसी बीच अमेरिका, मिस्र, कतर लगातार दोनों देशों के बीच युद्धविराम कराने की कोशिश में लगे हैं.