इतने गोला-बारूद का क्या करेगा बांग्लादेश? पाकिस्तान को दिया हजारों राउंड का ऑर्डर
भारत का पड़ोसी देश बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में उठा आंदोलन इतना हिंसक हो गया कि देश में तख्तापलट हो गया और 15 साल से देश की प्रधानमंत्री की गद्दी पर काबिज शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा. हालांकि देश में अब मोहम्मद यूसुफ की कमान में अंतरिम सरकार का गठन कर लिया गया है.
हालांकि, देश में पूर्व पीएम शेख हसीना के इस्तीफा देने और नई अंतरिम सरकार के स्थापित होने के ठीक तीन हफ्ते बाद, ढाका ने पाकिस्तान से तोपखाने के लिए गोला-बारूद की ताजा आपूर्ति का आदेश दिया है.
तीन किस्तों में गोला बारूद पहुंचाया जाएगा
बांग्लादेश से पाकिस्तान को तीन किस्तों में हजारों राउंड गोला बारूद वितरित करने का आदेश दिया गया है, गोला बारूद का यह वितरण सितंबर में शुरू होगा. यह आदेश हसीना के पद छोड़ने के कुछ ही दिनों बाद दिया गया. यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान बांग्लादेश को गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा है. हालांकि, संख्याएं सामान्य से कहीं अधिक नजर आ रही है.
कितना गोला-बारूद निर्यात होगा
गोला बारूद का इस्तेमाल तोपखाने की बंदूकों में किया जाना है जो 30 किलोमीटर से 35 किलोमीटर के बीच लक्ष्य पर हमला कर सकते हैं. निर्यात सितंबर के पहले सप्ताह से शुरू होकर दिसंबर में समाप्त होगा और यह तीन शिपमेंट में किया जाना है. इसमें 40,000 से अधिक राउंड गोला-बारूद, विस्फोटकों के लिए मोम की स्थिरता में 40 टन आरडीएक्स और हाई स्पीड के प्रोजेक्टाइल, जिनकी संख्या 2900 है शामिल है. हालांकि, पिछले साल 2023 की शुरुआत में ऑर्डर 12,000 राउंड गोला-बारूद का था.
बांग्लादेश तीन तरफ से भारत से घिरा हुआ है और चौथी तरफ बंगाल की खाड़ी है, जो अक्सर भारत को यह सवाल करने पर मजबूर करती है कि बांग्लादेश की सेना गोला-बारूद का इस्तेमाल कहां करना चाहती है?
देश में हुआ तख्तापलट
बांग्लादेश में 5 अगस्त को तख्ता पलट हुआ, लोग कर्फ्यू तोड़ कर सड़क पर आ गए थे और हिंसा इस हद तक भड़क गई थी कि पूर्व पीएम शेख हसीना को देश छोड़ कर भारत आना पड़ा. देश में लोग पीएम ऑफिस तक में घुस गए और बांग्लादेश की व्यवस्था, सिस्टम चरमरा गया था. हालांकि, एक बार फिर देश को पटरी पर लाने के लिए नोबेल पुरस्कार से स्ममानित मोहम्मद यूसुफ की कमान में अंतरिम सरकार का गठन किया गया.