इन चार चीजों से अपडेट कर लें CV, कंपनियां झोली भर-भर कर दे रही हैं पैसा

अगर आप भी नौकरी तलाश में हैं तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है. दरअसल, इन दिनों बाजार में कंपनियां कुछ स्किल्स वाले लोगों को नौकरी देने में प्रिफरेंस दे रही हैं. वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने भी पूरी दुनिया की सोच बदलकर रख दी है. जिसको लेकर अब कंपनियां गंभीरता से विचार कर रही हैं कि वो कैसे और कहां एआई का इस्तेमाल कर सकती हैं. ऐसे में आज हम आपको ऐसी स्किल्स बताने जा रहे हैं जो HR लोगों के रेज्युमे में ढूंढ रही हैं और इसके लिए झोली भर भर कर पैसा भी दे रही हैं.
अब कंपनियां हायरिंग के दौरान इंजीनियरिंग फ्रेशर्स से भी यही उम्मीद कर रही हैं कि उन्हें एआई, मशीन लर्निंग और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की अच्छी जानकारी हो. ऐसे फ्रेशर्स को कंपनी डेढ़ गुना तक पैकेज ऑफर कर रही हों. उन्हें अब फ्रेशर्स से एक्स्ट्रा की उम्मीद बढ़ गई.
इनको मिल रहा डेढ़ गुना पैकेज
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बीटेक करके नौकरी तलाश रहे युवा अगर एक्स्ट्रा स्किल नहीं बढ़ा पा रहे हैं तो उन्हें हायरिंग के दौरान कम पैकेज से निराश मिल होना पड़ रहा है. रिक्रूटमेंट कंपनियों के मुताबिक, एआई जैसी स्किल से लैस युवाओं को 10 से 50 फीसदी ज्यादा पैकेज ऑफर किया जा रहा है. आगे भी कंपनियां इसी तर्ज पर हायरिंग करने के बारे में विचार कर रही हैं. ऐसे में युवाओं को अपनी पढ़ाई के साथ ही उभरती हुई टेक्नोलॉजी पर भी नजर रखने की जरूरत है. इसकी मदद से उन्हें न सिर्फ आसानी से नौकरी मिल सकती है बल्कि पैकेज भी अच्छा मिल सकता है.
7 से 10 लाख रुपये सालाना पैकेज
इंजीनियरिंग ग्रेजुएट के लिए सालाना पैकेज औसतन 3.8-4.5 लाख रुपये के बीच रहता है. हालांकि, एआई जैसी स्किल से लैस युवाओं को 7 से 10 लाख रुपये सालाना पैकेज दिए जा रहे हैं. आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और कंसल्टेंसी सेक्टर में बीटेक और एमटेक कर चुके लोगों को लेकर कंपनियों के रुख में बदलाव आया है. अब वह देख रही हैं कि युवाओं ने स्किल बढ़ाने के लिए इंटर्नशिप समेत क्या किया है. अगर युवाओं ने 6 से 12 महीने तक डेटा साइंस, एआई, एमएल, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, कैड, कैम, बिजनेस एनालिटिक्स और वेरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन जैसे प्रोजेक्ट किए हैं तो उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है.
इन चीजों की बढ़ रही है डिमांड
इसके अलावा एडब्ल्यूएस, सर्विस नाउ, साइबर सिक्योरिटी और सेल्स फोर्स जैसी स्किल की भी डिमांड बढ़ रही है. बीटेक साइबर सिक्योरिटी पर 15 लाख रुपये तक के पैकेज मिल जा रहे हैं. जनरल बीटेक पर यही पैकेज 6 से 6.5 लाख रुपये तक है. इससे समझ आ रहा है कि स्किल पैसा बढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण साधन बन गया है. पिछले 10 साल में बीटेक ग्रेजुएट की औसत सैलरी 3 से 3.4 लाख रुपये से बढ़कर 3.8-4.5 लाख रुपये तक ही पहुंच पाई है. अब यह नया ट्रेंड युवाओं को मौका दे रहा है कि वो ऐसे स्किल हासिल कर अपने पैकेज को बढ़ा सकते हैं.

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