इमरान खान की पार्टी PTI के अध्यक्ष गौहर खान गिरफ्तार, मारवात और शोएब शाहीन भी अरेस्ट
इस्लामाबाद पुलिस ने सोमवार को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चेयरमैन बैरिस्टर गौहर खान को संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले पीटीआई के तेजतर्रार नेता शोएब शाहीन और शेर अफजल मारवात को भी हिरासत में लिया गया था. पीटीआई नेता शेर अफजल मारवात को उनके सुरक्षा गार्ड के साथ संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किया गया. जानकारी के मुताबिक पीटीआई नेता को सचिवालय पुलिस स्टेशन ले जाया गया. बता दें कि रविवार को पीटीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं ने इस्लामाबाद में रैली की थी और इमरान खान को जेल से रिहा करने की मांग की थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस अधिकारियों और मारवात के गार्ड के बीच हाथापाई भी हुई, जिसके बाद पीटीआई नेता के एक गार्ड को भी हिरासत में ले लिया गया. वहीं मारवात की गिरफ्तारी के बाद पीटीआई नेता शोएब शाहीन को भी इस्लामाबाद पुलिस ने उनके कार्यालय से हिरासत में लिया.
संसद के बाहर पुलिस बल तैनात
खबरों के मुताबिक, पीटीआई नेताओं ने संसद भवन के अंदर ही रहने का फैसला किया, क्योंकि बाहर पुलिस की भारी तैनाती देखी गई, जबकि रेड जोन को भी कई जगहों से सील कर दिया गया था. हालांकि यह भी सामने आया कि संसद से बाहर आने पर पीटीआई नेता अली मुहम्मद खान को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया.
पूरा जीवन जेल में बिताने के लिए तैयार
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा था कि वह अपना पूरा जीवन जेल में बिताने के लिए तैयार हैं, लेकिन आजादी के लिए अपने संघर्ष से समझौता नहीं करेंगे. इमरान को जेल में बंद हुए 400 दिन पूरे हो गए हैं. पूर्व क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की पीटीआई पार्टी ने जेल से उनकी रिहाई के लिए सरकार पर दबाव बनाने के लिए रविवार को इस्लामाबाद में एक रैली आयोजित की थी.
पीटीआई ने रैली में दिखाई ताकत
इस बीच, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े जिसे लेकर पार्टी ने सरकार की आलोचना की. इस्लामाबाद जिला प्रशासन ने रैली के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) जारी किया जिसके बाद उपनगरीय इलाके संगजानी कैटल मार्केट के पास एक मैदान में रैली हुई थी.हजारों की संख्या में पीटीआई समर्थकों ने रैली में भाग लिया. इससे यह साबित हो गया कि पार्टी के संस्थापक इमरान खान को कैद किए जाने समेत तमाम बाधाओं के बावजूद पार्टी का आधार बरकरार है.
न्यायिक आयोग के गठन की मांग
इमरान को पिछले साल पांच अगस्त को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था. तब से वह अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं. तोशाखाना भ्रष्टाचार मामला पाकिस्तान के चुनाव आयोग की ओर से दायर किया गया था. वहीं पाकिस्तान सरकार के मंत्रियों का कहना है कि इमरान की आजादी दंगों के लिए उनकी बिना शर्त माफी से जुड़ी है, जिसमें पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर राज्य और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था.हालांकि, इमरान नौ मई 2023 की हिंसा की जांच के लिए एक न्यायिक आयोग के गठन की मांग कर रहे हैं.