इस कंपनी ने किया टाटा से भी बड़ा कारनामा, पूरे देश में मच गया हंगामा

जी हां, जो काम आज देश का सबसे बड़ा कारोबारी घराना टाटा ग्रुप नहीं कर सका, वो काम एक कंपनी करने जा रही है. इस कारनामे के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया है. जानकारी के अनुसार लीला पैलेस होटल की पेरेंट कंपनी देश का सबसे बड़ा आईपीओ लेकर आ रही है. जबकि देश की सबसे बड़ी होटल कंपनी इंडियन होटल भी नहीं कर सकी है, जोकि टाटा ग्रुप की है. कंपनी ने संडे को सेबी को आईपीओ के लिए आवेदन कर दिया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर लीला होटल की पेरेंट कंपनी कितना बड़ा आईपीओ लेकर आ रही है और किस तरह की और जानकारी निकल सामने आई है.
आ रहा है होटल सेक्टर का सबसे बड़ा आईपीओ
लीला पैलेस होटल्स एंड रिसॉर्ट्स को ऑपरेट करने वाली कंपनी श्लॉस बैंगलोर लिमिटेड ने आईपीओ के जरिए 5,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल किए. इस आईपीओ को होटल सेक्टर का सबसे बड़ा आईपीओ माना जा रहा है. खास बात तो ये है देश की सबसे बड़ी होटल चेन कंपनी इंडियन होटल का आईपीओ भी इतना बड़ा नहीं था, ताज होटल को ऑपरेट करता है. लीला पैलेस भी देश के बड़े होटल्स में शुमार है. जानकारों का मानना है कि अपने कारोबार को एक्सपेंड करने के लिए शीला पैलेस ये आईपीओ लेकर आ रही है.
ये दिग्गज संभाल रहे जिम्मेदारी
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में दाखिल आरंभिक दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी का प्रस्तावित आईपीओ में 3,000 करोड़ रुपए की फ्रेश इक्विटी और 2000 करोड़ रुपए का ओएफएस शामिल है. वास्तव में प्रमोटर प्रोजेक्ट बैलेट बैंगलोर होल्डिंग्स (डीआईएफसी) प्राइवेट लिमिटेड अपने शेयरों को इस आईपीओ के थ्रू निकाल रहे हैं. इस आईपीओ के बुक रनिंग मैनेजर जेएम फाइनेंशियल, बोएएफ सिक्योरिटीज इंडिया, मॉर्गन स्टेनली इंडिया, जेपी मॉर्गन इंडिया, कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स हैं.
कितना है कंपनी पर कर्ज
ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट द्वारा समर्थित श्लॉस बैंगलोर ने कहा कि नए इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी और उसकी अनुषंगी कंपनियों द्वारा लिए गए कर्ज को चुकाने तथा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा. दस्तावेजों से पता चलता है कि मार्च, 2024 तक कंपनी पर कुल 4,052.50 करोड़ रुपये का उधार था. कंपनी आईपीओ पूर्व नियोजन चरण में 600 करोड़ रुपये जुटाने पर विचार कर सकती है. अगर ऐसा होता है, तो नए इश्यू का साइज कम हो जाएगा.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में श्लॉस का एनुअल लॉस एक साल पहले के 616.8 मिलियन रुपए से कम होकर 213 मिलियन रुपए हो गया. होटल मालिकों और ऑपरेटरों के लिए रेवेन्यू पर अवेलेबल रूम, मार्च 2024 को समाप्त वित्तीय वर्ष में लगभग 23 फीसदी सालाना (YoY) बढ़कर 9,592 रुपए हो गया. भारत का हॉस्पिटैलिटी मार्केट 2024 में 24.6 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2029 तक 31 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है.

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