इस कंपनी ने भरा सरकार का खजाना, हर घंटे कराई 1.50 करोड़ की कमाई

हिंदुस्तान जिंक ने पिछले वित्त वर्ष सरकार को कमाई कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. सरकारी खजाने में कंपनी ने हर घंटे 1.50 करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा किया है. खास बात तो ये है कि वेदांता ग्रुप का इस कंपनी में करीबद 65 फीसदी की हिस्सेदारी है. वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की हिस्सेदारी करीब 30 फीसदी है. पिछले कुछ महीनों से खबर आ रही है कि सरकार इस कंपनी ने धीरे-धीरे अपनी हिस्सेदारी को बेच देगी. खास बात तो ये है कि मौजूदा साल में कंपनी के शेयर में 107 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल चुका है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर कंपनी की ओर से शेयर बाजार को किस तरह की जानकारी दी गई है.
बीते पांच साल में सरकार को कितना दिया
वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने पिछले वित्त वर्ष में सरकारी खजाने में 13,195 करोड़ रुपए का योगदान दिया है. यह उसके कुल रेवेन्यू का लगभग 46 फीसदी है. हिंदुस्तान जिंक ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का सरकारी खजाने में कुल योगदान 13,195 करोड़ रुपए रहा. इसके साथ, हिंदुस्तान जिंक लि. (एचजेडएल) ने पिछले पांच साल में सरकारी खजाने में संचयी रूप से 77,803 करोड़ रुपए का योगदान दिया है.
इन्हें भी दिया पैसा
हिंदुस्तान जिंक की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने कहा कि जैसे-जैसे हमारा कारोबार बढ़ेगा, वैसे-वैसे यह आंकड़ा भी बढ़ेगा. हिंदुस्तान जिंक में हम एक ऐसे उद्देश्य के साथ व्यापार करना जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो टिकाऊ और पारदर्शी हो तथा हमारे सभी संबद्ध पक्षों के लिए मूल्य पैदा करे.
पिछले पांच साल में कंपनी ने रॉयल्टी, जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) और अन्य शुल्क के रूप में राजस्थान को सालाना औसतन लगभग 3,250 करोड़ रुपए का योगदान दिया है. कंपनी ने कहा कि यह महत्वपूर्ण योगदान राज्य के आर्थिक विकास के लिए हिंदुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लि. दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जस्ता उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है.

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