ईरान की कोयला खदान में विस्फोट में अब तक 34 मजदूरों की मौत, राष्ट्रपति ने किया 3 दिन के शोक का ऐलान
पूर्वी ईरान में एक कोयला खदान में मीथेन गैस लीक होने के कारण बड़ा विस्फोट हुआ है. इसमें कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई. और 17 अन्य लोग घायल हो गए. ईरान की एक सरकारी मीडिया के अनुसार बताया गया कि आशंका जताई जा रही है कि करीब 18 लोग खदान में फंसे हुए हैं. ये घटना शनिवार को ईरान की राजधानी से करीब 540 किलोमीटर दूर तबास में एक कोयला खदान में देर रात ये हादसा हुआ. इसके बाद ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने 3 दिन के शोक का ऐलान किया है.
सरकारी मीडिया के मुताबिक बताया गया कि जमीन से नीचे 700 मीटर की गहराई पर सुरंगों के भीतर 18 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है. ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कहा कि उन्होंने खदान में फंसे लोगों को बचाने और उनके परिवारों की सहायता के लिए हर संभव प्रयास करने का आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि विस्फोट की जांच शुरू कर दी गई है.
इससे पहले भी हो चुके हैं हादसे
तेल उत्पादन करने वाले ईरान में कई तरह की खदानें पाई जाती हैं. ईरान हर साल करीब 35 लाख टन कोयले की खपत करता है. लेकिन अपनी खदानों से हर साल केवल 18 लाख टन कोयले का उत्पादन करता हैं. बाकी का कोयला ये देश आयात करता है. ईरान के खदान उद्योग में ये पहली दुर्घटना नहीं है. 2013 में दो अलग-अलग खदान दुर्घटनाओं में 11 मजदूरों की मौत हो गई थी. 2009 में इससे पहले कई घटनाओं में 20 मजदूरों की मौत हो गई थी. 2017 में एक कोयला खदान में विस्फोट में कम से कम 42 लोगों की मौत हुई थी.
मजदूर ने बताया कैसे हुआ हादसा
ईरानी मीडिया के अनुसार घटनास्थल पर एक मजदूर ने बताया, ‘हम खदान में काम कर रहे थें. अचानक धुआं उठने लगा. मैंने महसूस किया कि मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. मैंने अपनी जान बचाने के लिए फौरन दौड़ लगाई. जब तक मैं किसी सेफ जगह पर नहीं पहुंच गया. मेरे सहकर्मी वहीं फंसे रह गए.’ वहीं अधिकारियों ने बताया कि ये विस्फोट मीथेन गैस लीक होने के कारण हुआ. हालांकि, फिलहाल अभी तक ये स्पष्ट नहीं हुआ हो पाया कि हादसे के समय इस खदान में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम उपलब्ध थे या नहीं.
3 दिन के लिए सार्वजनिक शोक का ऐलान
ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. ताबास में कोयला खदानों में हुई इस दुर्घटना हुई कई लोगों की जान चली गई. पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए, उन्होंने खुरासान में 3 दिन के सार्वजनिक शोक का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही आईआरएनए ने कहा कि उनके पहले उपराष्ट्रपति मोहम्मद रजा अरेफ ने पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए आपातकालीन सहायता सुनिश्चित करने के लिए कैबिनेट के सदस्यों से बात की है.
इलाके के स्थानीय अधिकारियों ने विस्फोट के बाद प्रांत में तीन दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है. ईरान के रेड क्रिसेंट ने कहा कि खदान में लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है. घटनास्थल पर कुछ कर्मचारी अभी फंसे हुए हैं. आईआरएनए के अनुसार, ये कर्मचारी जमीन से करीब 250 मीटर नीचे थें.
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