ईरान की मिसाइल सही निशाने पर लगीं या इजराइल ने ध्वस्त कर दीं? जानें किसके दावे में कितना सच
ईरान और इजराइल के बीच तनाव चरम पर है, मंगलवार को ईरान ने इजराइल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिसे लेकर दोनों देश अलग-अलग दावे कर रहे हैं. ईरान का कहना है कि उसकी 90 फीसदी मिसाइलों ने अपने टारगेट को हिट किया है तो वहीं इजराइल ने दावा किया है कि उसके मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने हमलों को नाकाम कर दिया.
अमेरिका ने भी इजराइल के दावे का समर्थन करते हुए कहा है कि ईरान के हमले को नाकाम कर दिया गया और इससे इजराइल को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन सोशल मीडिया पर तैर रही तस्वीरें और कुछ एक्सपर्ट्स इजराइल और अमेरिका के दावे को सच नहीं मान रहे हैं.
ईरान के हमले को लेकर किसका क्या दावा?
एक अक्टूबर को ईरान ने इजराइल पर करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं. ये मिसाइलें इजराइल के तेल अवीव समेत येरूशलम, वेस्ट बैंक और अम्मान में गिरीं हैं. इस हमले में एक फिलिस्तीनी नागरिक की मौत हो गई वहीं 2 इजराइली नागरिक घायल हो गए. ईरान का कहना था कि उसने इजराइल के नेवातिम और तेल नोफ एयरबेस समेत 3 सैन्य ठिकानों को टारगेट कर हमला किया और इसमें वह सफल रहा, लेकिन इजराइल का कहना है कि उसके एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिवेट कर दिए गए और ईरान का हमला नाकाम रहा.
सैटेलाइट इमेज से छेड़छाड़ का आरोप
दरअसल सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इजराइल ने तेल नोफ और नेवातिम एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरों के ऊपर आर्टिफिशियल बादल क्रिएट किए हैं जिससे ईरान के हमले में हुए नुकसान को छिपाया जा सके. दावा ये भी किया जा रहा है कि इन एयरबेस पर मौजूद दर्जनों F-35 और F-16 लड़ाकू विमान नष्ट हो चुके हैं.
ईरान की सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा दावा
वहीं ईरान की सुरक्षा एजेंसियों ने भी इस दावे को हवा देते हुए इजराइल पर सैटेलाइट इमेज से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है. ईरान की सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि इन एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरों में एयरबेस के ठीक ऊपर आर्टिफिशियल बादल नजर आ रहे हैं, जबकि इजराइल के दूसरे इलाकों की तस्वीरें साफ हैं. ईरान का कहना है कि उसके 1 अक्टूबर को किए गए हमले में इजराइल के इन एयरबेस को नुकसान पहुंचा है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
ईरान और इजराइल के दावों की हकीकत जानने के लिए हमने अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश के. रे से बात की, उनका मानना है कि ईरान का दावा सच हो सकता है. क्योंकि ईरान के हमले से जुड़ी जो तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर दिख रहे हैं उनमें ज्यादातर मिसाइलें टारगेट को हिट करती नज़र आ रहीं हैं. माना जा रहा है कि इजराइल का एयर डिफेंस सिस्टम ईरान की महज 10 फीसदी मिसाइलें ही तबाह कर पाया है.
प्रकाश कहते हैं कि इस हमले में इजराइल का ताकतवर एयर डिफेंस सिस्टम आयरन डोम नाकाम साबित हुआ है, क्योंकि पिछले कुछ समय से हूती विद्रोहियों और हिजबुल्लाह ने लगातार आयरन डोम को निशाना बनाया है, जिसके चलते इजराइल ने ज्यादातर आयरन डोम को नॉर्दर्न इजराइल की ओर शिफ्ट कर दिया है.
इन तमाम दलीलों और दावों से यही समझा जा रहा है कि इजराइल, ईरान के हमले से होने वाले नुकसान को छिपा रहा है. क्योंकि अगर किसी तरह के बड़े नुकसान की बात सार्वजनिक होती है तो इससे ईरान समेत उसके प्रॉक्सी गुटों को बल मिलेगा और इजराइल की छवि को नुकसान होगा.
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