ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद भी चुनाव में उतरे, दाखिल किया नामांकन
ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए रविवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. हाल ही में ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में निधन के बाद देश में राष्ट्रपति चुनाव कराए जा रहे हैं. देश में 28 जून को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. अहमदीनेजाद 2005 से 2013 के बीच दो कार्यकाल के लिए देश के राष्ट्रपति रह चुके हैं.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, महमूद अहमदीनेजाद की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन ऐसे समय में किया गया है जब ईरान और पश्चिम देशों के बीच तेहरान के परमाणु कार्यक्रम, रूस को हथियार देने और असंतुष्टों पर कार्रवाई को लेकर तनाव बढ़ रहा है. नामांकन के लिए अहमदीनेजाद गृह मंत्रालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की.
ईरान के सर्वोच्च नेता पर बढ़ सकता है दबाव
अहमदीनेजाद के नामांकन से ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर दबाव भी बढ़ सकता है. ऐसे इसलिए क्योंकि पूर्व राष्ट्रपति ने सर्वोच्च नेता को खुली चुनौती दी थी. 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की उनकी कोशिशों को भी विफल कर दिया गया था. अब देखना है कि इस बार चुनाव में उनके साथ किस तरह के समीकरण बनते हैं.
28 जून को होगा राष्ट्रपति चुनाव
ईरान में 28 जून को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में इसे लेकर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अहमदीनेजाद पहले 2005 से 2013 तक दो बार चार-चार साल का कार्यकाल पूरा किया था. ईरानी कानून के मुताबिक, वह चार साल तक चुनाव से बाहर रहने के बाद एक बार फिर से चुनाव लड़ने के लिए पात्र बन गए हैं.
2009 में बड़ी कार्रवाई को लेकर चर्चा में थे
2009 में जब अहमदीनेजाद दोबारा राष्ट्रपति बने थे तब ईरान में बड़े पैमाने पर ग्रीन मूवमेंट विरोध प्रदर्शन को लेकर व्यापक कार्रवाई की गई थी. उस समय हजारों लोगों को हिरासत में भी लिया गया था और दर्जनों लोगों की मौत भी हुई थी. लोकलुभावन प्रयासों और घर-निर्माण योजनाओं को लेकर अहमदीनेजाद गरीबों के बीच में काफी लोकप्रिय भी हैं. उनके कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के कई आरोप भी लगे थे.