ईरान ने रूस के साथ बनाया ऐसा प्लान, इजराइल में आ जाएगा तबाही का जलजला!
ईरान और रूस ने मिलकर ऐसा प्लान तैयार किया है, जिससे इजराइल में तबाही का जलजला आ सकता है और इस प्लान पर काम करने के लिए ईरानी प्रॉक्सी को कमान सौंपी है, जैसे ही इब्राहिम रईसी का अंतिम संस्कार हुआ, उधर ईरानी प्रॉक्सी ने ताबड़तोड़ हमले इजराइल पर कर दिए. ईरानी प्रॉक्सी अभी तक रईसी की मौत को साजिश मान रहे हैं. ऐसे में रूस का साथ मिलने से वो और विध्वंसक हो गए हैं.
ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की अंतिम यात्रा निकली, जिसमें 30 लाख लोग शामिल हुए. 68 देशों के नेता भी रईसी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे थे, जिसमें ईरानी प्रॉक्सी गुटों के कमांडर भी शामिल थे. खुरासान प्रांत के मशहद शहर में रईसी का जन्म हुआ था, उसी शहर में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया.
अंतिम संस्कार से पहले ही दहला दिया इजराइल
जिस वक्त रईसी का अंतिम संस्कार हो रहा था, उस वक्त पूरा ईरान गमगीन था. हजारों लाखों लोग अपने नेता को आखिरी विदाई देने पहुंचे थे. आंसुओं का सैलाब था. ठीक उसी वक्त अरब में एक बारूदी जलजला उठा, जिसका मंसूबा इजराइल में तबाही था. हूती-हमास, हिज्बुल्लाह ने इजराइल पर एक साथ हमले किए, जिससे इजरायल दहल गया.
लेकिन ये सिर्फ ट्रेलर था. अभी तो तबाही की पूरी पिक्चर बाकी है, क्योंकि एक दिन पहले तेहरान में हुई सीक्रेट मीटिंग में ये तय हो चुका है कि रईसी की मौत का बदला इजराइल से लिया जाएगा, क्योंकि ईरानी प्रॉक्सी गुट इब्राहिम रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश को हादसा नहीं बल्कि साजिश मान रहे हैं और इसके लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
इजराइल को तबाही करने का फाइनल ब्लूप्रिंट
IRGC कमांडर हुसैन सलामी के साथ ईरानी प्रॉक्सी के प्रतिनिधियों की मीटिंग हुई, जिसमें इजराइल को तबाह करने के फाइनल ब्लूप्रिंट पर मुहर लगाई गई है. मीटिंग में तय हुआ कि रईसी के अंतिम संस्कार तक बड़ा हमला नहीं किया जाएगा. उसके बाद तबाही का ऐसा जलजला लाया जाए, जिससे इजराइली फौज गाजा छोड़कर भागने लगे.
जैसा मीटिंग में तय हुआ था, वैसा ही हुआ भी. इजराइल पर पहला हमला कताइब हिज्बुल्लाह ने इराक से किया. क्रूज मिसाइल दागकर इजराइल को दहला दिया. ईरानी प्रॉक्सी मानते हैं कि अमेरिका की मदद से ही इजराइल गाजा में हमले कर रहा है, इसलिए ईरानी प्रॉक्सी के टारगेट पर इराक-सीरिया में मौजूद अमेरिकी बेस भी हैं.
इजराइली शहरों पर बरसे रॉकेट
इजराइली शहरों पर रॉकेट भी दागे गए. इजराइल पर सैंकड़ों मिसाइलें कुछ मिनटों में दागी गईं. इजराइल जल उठा. अभी भी ईरानी प्रॉक्सी के हमले जारी हैं. इजराइल ने दावा किया है कि आयरन डोम ने सारे हमले नाकाम कर दिए, जबकि इजराइल के कई इलाकों से आई तबाही की तस्वीरों पर उसने कुछ नहीं कहा है. इस दौरान हिज्बुल्लाह ने दावा किया है कि उसने 100 से ज्यादा मिसाइलें इजराइली बॉर्डर पर दागे. जिससे मिलिट्री पोस्ट और रडार सिस्टम को काफी नुकसान पहुंचा है. जबकि हूती के हमलों को लेकर लाल सागर में टास्क फोर्स ने हाइअलर्ट जारी कर दिया है, क्योंकि हूती लगातार पश्चिमी देशों के जहाजों को निशाना बना रहा है.
IRGC को रूस का मिला साथ
ईरानी प्रॉक्सी के इतनी हिमाकत की वजह है कि अब आईआरजीसी को रूस का साथ मिल गया है, इसलिए ना हथियारों की कमी होगी साथ ही क्राइसिस में रूस का बैकअप भी तैयार रहेगा. एक दिन पहले बहरीन के सुल्तान हमाद बिन ईसा मास्को पहुंच गए थे. वहां पुतिन से मुलाकात की और अरब में हो रहे खौफनाक हालात पर चर्चा की. अब बहरीन ने रूस से अरब में स्थिति को काबू करने के लिए मदद मांगी है. अब रूस पूरी तरह से अरब को कंट्रोल करने के लिए तैयार हो चुका है, जहां एक तरफ इस्लामिक मुल्कों से बातचीत कर रहा है. दूसरी तरफ ईरानी प्रॉक्सी को मजबूत कर रहा है. रूस ने अफ्रीका और सीरिया से वैगनर लड़ाके भी भेजे हैं, जिससे ईरानी प्रॉक्सी के ल़ड़ाकों को ट्रेनिंग दी जा सके.
इसके अलावा हमास लड़ाके भी राफा और दूसरे इलाकों में सुरंग से निकलकर IDF सैनिकों पर हमला कर रहे हैं. मोसाद के इनपुट से खुलासा हुआ है कि ईरान की सीक्रेट मीटिंग में इजराइल पर हमले के लिए जो प्लान बना है उसके मुताबिक ईरानी प्रॉक्सी अलग-अलग जगहों पर एक साथ हमले करेंगे. दूसरी तरफ ईरान की तरफ से भी मिसाइल स्ट्राइक की जा सकती है, जबकि दूसरे देशों में ईरानी एजेंट इजराइली नागरिकों को भी निशाना बनाएंगे और इस काम में रूस पूरी मदद करता रहेगा.
तुर्किए में मारे गए इजराइली नागरिक
बताया जा रहा है कुछ घंटे पहले इंस्तांबुल में हुआ हमला इसी प्लानिंग का हिस्सा था. इंस्ताबुल के एक कैफे में शूट आउट हुआ था. जिसमें 3 इजराइली नागरिक मारे गए. यानी अब ईरान ठान चुका है वो हर कीमत पर इजराइल से गाजा में विध्वंस और इब्राहिम रईसी की मौत का बदला लेगा और इसके लिए ईरानी प्रॉक्सी को लगातार उकसाया जा रहा है. ये हालात तब हैं जब अभी तक रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश में किसी साजिश के सबूत नहीं मिले हैं.