उतार-चढ़ाव वाले बाजार में भी फायदा, इस वैल्यू फंड ने निफ्टी से ज्यादा दिया मुनाफा
शेयर बाजार जोदार गिरावट दर्ज की जा रही है. बीएसई का सेंसेक्स 85000 के पार जा चुका था जो अब 80000 के करीब आ चुका है. बाजार के इस गिरावट में बड़े-बड़े दिग्गज स्टॉक्स की हालत पस्त हो चुकी है. हालांकि बड़े बाजार के कुछ क्षेत्रों में सुधार हुआ है, फिर भी अधिकांश इंडेक्स की वैल्यू अभी भी ज्यादा है. जैसे-जैसे बड़े बाजार सही होते हैं, मजबूत वैल्यू-आधारित स्टॉक-चयन मानदंडों पर आधारित पोर्टफोलियो निवेशकों के लिए अच्छा काम कर सकता है. ऐसे में आज आपको एक ऐसा फंड बताने जा रहे हैं जिसने निफ्टी से ज्यादा रिटर्न दिया है.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड उन निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है जो लंबी अवधि में संपत्ति बनाना चाहते हैं. इसने पिछले 20 से अधिक वर्षों (रेगुलर प्लान) में सालाना आधार पर 21.2 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया है. कभी-कभार खराब प्रदर्शन के बावजूद, फंड ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार मजबूत प्रदर्शन दिया है.
निफ्टी से ज्यादा दिया रिटर्न
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी को 10 साल या उससे अधिक समय तक बने रहने के इच्छुक निवेशकों द्वारा अपने पोर्टफोलियो के मुख्य पोर्टफोलियो के रूप में माना जा सकता है। एसआईपी निवेश लंबी अवधि में फायदेमंद हो सकता है. पिछले कुछ दशकों में यह फंड सभी इक्विटी श्रेणियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वालों में से एक रहा है. पिछले एक वर्ष, तीन वर्ष, पांच वर्ष और 10 वर्ष में फंड ने पॉइंट-टू-पॉइंट आधार पर क्रमशः 46.5 प्रतिशत, 26.4 प्रतिशत, 28.7 प्रतिशत और 18 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. इक्विटी सेगमेंट में टॉप प्रदर्शन में यह है. इस स्कीम ने अलग-अलग समय पर निफ्टी 500 टीआरआई से 3-8 प्रतिशत ज्यादा फायदा दिया है.
आंकड़ों से समझिए गणित
जब जनवरी 2013 से सितंबर 2024 की अवधि में पांच साल के रोलिंग रिटर्न पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी ने 15.4 प्रतिशत का औसत रिटर्न दिया है जबकि इस दौरान निफ्टी 500 टीआरआई ने 13.6 प्रतिशत का औसत रिटर्न दिया. स्टॉक चयन में फंड का झुकाव हमेशा लार्ज-कैप पर रहा है, जिसमें मिड और स्मॉल-कैप के छोटे हिस्से को शामिल किया गया है. अक्सर, स्कीम ने पोर्टफोलियो का 70 प्रतिशत या उससे अधिक लार्ज-कैप शेयरों में रखा है. 2019 के अंत और 2020 की शुरुआत में, जब आईटी, फार्मास्युटिकल और ऑटोमोबाइल शेयरों में गिरावट आई, तो फंड ने इन क्षेत्रों में हिस्सेदारी बढ़ा दी, जिसमें बाद में अच्छी तेजी आई. हालांकि, पिछले 2-3 सालों में फंड ने बैंकों पर फोकस बढ़ाया है और उन्हें फंड में टॉप होल्डिंग्स बना दिया है. जबकि आईटी और फार्मा स्टॉक अभी भी शीर्ष सेगमेंट में शामिल हैं, लेकिन पोस्ट-कोविड अवधि से एक्सपोज़र कुछ हद तक कम हो गया है.
लांग टर्म निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी लिमिटेड के ईडी और सीआईओ एस नरेन कहते हैं कि हमारा मानना है कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड भारत में दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक अच्छा निवेश विकल्प है, खासकर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिये. इसके अलावा, खराब प्रदर्शन की अवधि के दौरान, हम एकमुश्त निवेश के माध्यम से आक्रामक दीर्घकालिक निवेश के अवसर देखते हैं। भारत में वैल्यू निवेश की यात्रा धैर्य और दृढ़ विश्वास से भरी है, और हमें विश्वास है कि भविष्य में भी यह प्रतिबिंबित होता रहेगा.