उनका मकसद न्याय नहीं बल्कि बदला है… ममता बनर्जी पर क्यों भड़की BJP?

ममता बनर्जी के बुधवार को दिए भाषण पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने निशाना साधा है. पूनावाला ने कहा कि ममता बनर्जी पीड़िता को न्याय दिलाने की बात नहीं कर रही हैं बल्कि उनकी प्राथमिकता बदला लेने की है. वह संविधान विरोधी बयान दे रही हैं और राहुल गांधी जो संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, इस पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं. जब ममता कहती हैं कि न्याय मांगना अशांति पैदा करना है तो यह डॉक्टरों का अपमान है.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा,’140 करोड़ भारतीय पश्चिम बंगाल की बेटी के लिए न्याय मांग रहे हैं. ममता बनर्जी की प्राथमिकता न्याय नहीं बल्कि बदला है. जब एक सीएम कहती है कि उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, पूर्वोत्तर और ओडिशा जल जाएगा, तो मैं पूछना चाहता हूं कि क्या अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, आप या गौरव गोगोई इस बयान का समर्थन करते हैं. क्या न्याय मांगने वाले लोग अशांति पैदा कर रहे हैं? जब ममता बनर्जी कहती हैं कि न्याय मांगना अशांति पैदा करने जैसा है तो यह प्रदर्शनकारियों और डॉक्टरों का अपमान है.’

#WATCH | Delhi: On West Bengal CM Mamata Banerjee’s speech, BJP national spokesperson Shehzad Poonawalla says, “140 crore Indians are demanding justice for the daughter of West Bengal… Mamata Banerjee’s priority is not justice but revenge. When a CM says Uttar Pradesh, Bihar, pic.twitter.com/ExveN4qlck
— ANI (@ANI) August 29, 2024

ममता बनर्जी ने क्या कहा था?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि वह बलात्कारियों को मौत की सजा देने के लिए विधानसभा में दस दिनों के भीतर एक बिल पारित करेंगी. उन्होंने बंगाल में हो रही घटनाओं पर प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया. कहा कि उनकी पार्टी यानी बीजेपी बंगाल में शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश कर रही है. ममता बनर्जी ने कहा, “यदि आप बंगाल में आग लगाते हैं, तो याद रखें कि आग असम, उत्तर पूर्व, झारखंड, ओडिशा तक फैल जाएगी और पूर्वी क्षेत्र के सभी राज्य प्रभावित होंगे और वे जल जाएंगे. आपका कानून कमजोर है. हम बलात्कारियों के लिए मृत्युदंड चाहते हैं.”
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
कैपिटल पनिशमेंट के लिए लाएंगे बिल- ममता
ममता बनर्जी ने बुधवार को रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगले हफ्ते हम विधानसभा सत्र बुलाएंगे, जिसमें रेपिस्टों के लिए कैपिटल पनिशमेंट(मौत की सजा) दिलवाने के लिए 10 दिनों के भीतर एक बिल पारित करेंगे. उस बिल को राज्यपाल के पास भेजेंगे. अगर वह साइन करने से मना करते हैं, तो हम राजभवन के बाहर धरना देंगे.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *