उम्र बढ़ने के साथ कैंसर का खतरा ज्यादा, कैसे रखें अपनी सेहत का ध्यान?
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो आज भी मौत का एक बड़ा कारण है. इस बीमारी के मरीज की जान बचाना एक चुनौती होता है. अगर कैंसर आखिरी स्टेज में मिले तो मरीज की स्थिति काफी गंभीर हो जाती है. बढ़ती उम्र के साथ कैंसर के रिस्क में भी इजाफा होता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है शरीर में कई तरह के कैंसर का खतरा भी रहता है. सबसे ज्यादा मामले लंग्स कैंसर, कैंसर प्रोस्टेट कैंसर,कोलोरेक्टल कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के आते हैं.
प्रोस्टेट कैंसर की बात करें तो 50 साल से ऊपर के लोगों में यह ज्यादा देखा जाता है. यह कैंसर शुरुआती में प्रोस्टेट ग्लैंड तक सीमित होता है. लेकिन बाद में शरीर के अन्य हिस्सों तक फैल जाता है. जहां तक बात लंग्स कैंसर की है तो कैंसर से होने वाली मौतों में लंग्स कैंसर के मामले काफी हैं और ये कैंसर धूम्रपान और प्रदूषण के कारण होता है. वहीं, कोलोरेक्टल कैंसर 50 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों में आम है और कोलोनोस्कोपी के जरिए इसका पता लगाया जाता हैं.
कैंसर से बचें कैसे?
एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल में ऑन्कोलॉजी के चेयरमैन डॉ. दिनेश सिंह बताते हैं कि लंग्स कैंसर से बचना है तो 40 से अधिक वर्ष के पुरुषों को स्मोकिंग छोड़ देना चाहिए, क्योंकि यह कई कैंसर का एक प्रमुख कारण है. कैंसर से बचाव के लिए जरूरी है कि आप रोज एक्सरसाइज करें. इससे कई तरह के कैंसर का खतरा कम होता है. शराब भी छोड़ें. इसको छोड़ने से कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा कम हो सकता है. इसके अलावा यह जरूरी है कि अगर आपके परिवार में किसी को कैंसर हुआ है तो आपको भी खतरा हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ कैंसर जेनेटिक होते हैं और एक से दूसरी पीढ़ी में जाते हैं. ऐसे में ध्यान रखें कि जिन लोगों के परिवार में कैंसर हिस्ट्री रही है वह अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें
40 पार वाले जांच कराते रहें
डॉ. दिनेश सिंह बताते हैं कि कैंसर की जल्द पहचान बहुत जरूरी है. जो लोग 40 की उम्र पार कर चुके हैं उन्हें चेकअप कराते रहने की जरूरत है. अगर किसी भी तरह कैंसर से जुड़े शुरुआती संकेत नजर आएं तो तुरंत इलाज कराएं. कैंसर के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें
ये हैं कैंसर के लक्षण
अचानक वजन कम होना
खांसी आना और दवा से भी असर न होना
मल से खून आना
मुंह के छाले जो सही न हो रहे हों
शरीर के किसी हिस्से में बढ़ती गांठ