एकतरफा प्यार कर सकता है सबकुछ बर्बाद, मेंटल हेल्थ के साथ वर्तमान और फ्यूचर पर भी पड़ता है गहरा असर
बॉलीवुड की फिल्में हमें प्यार को लेकर कई हसीन सपने देखना सिखा देती है. इनके जरिए हम अपने पार्टनर से कुछ ज्यादा ही उम्मीद लगाने लग जाते हैं जिसके पूरे न होने पर तकलीफ होना जायज है. वहीं कुछ लोग एकतरफा प्यार में आकर अपनी पूरी जिदगी बर्बाद कर लेते हैं या फिर यूं कहिए कि अपनी पूरी जिंदगी दांव पर लगा देते हैं. एकतरफा प्यार में पड़ा व्यक्ति न सिर्फ अपने मेंटल हेल्थ को खराब कर लेता है बल्कि इससे वो अपने आनेवाले कल को भी बिगाड़ लेता है. वहीं देखा जाए तो एकतरफा प्यार सिर्फ फिल्मों और कहानियों में ही अच्छे लगते हैं. अगर असल जिंदगी में कोई व्यक्ति एकतरफा प्यार में पड़ जाए तो वो पल पल घुट घुट के ही जीता है.
कई बॉलीवुड फिल्मों में एकतरफा प्यार को सबसे खूबसूरती चीज बताई गई है क्योंकि इसमें दो लोग नहीं होते हैं और सिर्फ एक इंसान का ही पूरा हक होता है उस प्यार पर. लेकिन असल जिंदगी में कहानी बहुत अलग होती है.बॉलीवुड फिल्मों के डायलॉग सुनकर बेशक आपको एकतरफा प्यार बहुत अच्छा लग सकता है लेकिन अगर आप अपने दिल पर हाथ रखकर खुद से सवाल करेंगे तो जवाब हमेशा न ही होगा. एकतरफा प्यार करने वाले लोगों की राहें इतनी भी आसान नहीं होती. साथ ही ये राह और भी मुश्किल तब हो जाती है जब हमें पता लगे कि इसकी कोई मंजिल नहीं है. एकतरफा प्यार धीरे धीरे आपको अंदर से कमजोर करने लग जाता है. इतना ही नहीं इससे आपको और भी कई सारी समस्याएं हो सकती है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
1.डिप्रेशन के हो जाते हैं शिकार
प्यार में पड़ा व्यक्ति अपने पार्टनर के साथ हर दुख तकलीफ को भूल जाता है वहीं, एकतरफा प्यार में पड़ा व्यक्ति इनकार की वजह से धीरे धीरे डिप्रेशन में चला जाता है. हर वक्त उस इंसान और न करने की वजह के बारे में सोच सोचकर वह लगातार स्ट्रेस में रहने लगता है.
2.एंग्जायटी अटैक
एकतरफा प्यार में पड़ा व्यक्ति अगर उस इंसान के बारे में ज्यादा सोचने लगता है तो जल्द ही एंग्जायटी का शिकार भी हो सकता है. रिजेक्शन की वजह से वह खुद को दूसरों के मुकाबले कम आंकने लगता है जिस वजह से वह अपने फ्यूचर को लेकर भी अधिक परेशान रहना शुरू कर देता है.
3.नेगेटिव थिंकिंग
रिजेक्शन की वजह से कई बार व्यक्ति इतना ज्यादा हताश हो जाता है कि वो खुद को लेकर काफी नकारात्मक हो जाता है. अपने प्यार को हासिल करने के चक्कर में वो सही गलत के बीच का फर्क भी भूल जाता है. इतना ही नहीं नेगेटिव थिंकिंग का सीधा असर लोगों की मेंटल हेल्थ पर पड़ता है. जिसकी वजह से व्यक्ति अपन पर्सनल और प्रोफेशनल करियर को भी खत्म कर लेता है.