एक नहीं बल्कि 5 तरह की होती है तुलसी, जानें इनकी खासियत
भारत में ज्यादातर घरों में तुलसी का पौधा पाया जाता है. ये धार्मिक महत्व के साथ ही अपने औषधीय गुणों के कारण जाना जाता है. ये सेहत और स्किन के लिए कई तरह के फायदेमंद साबित हो सकता है. ये प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, पाचन तंत्र को सही करने, स्किन और बालों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. तुलसी में प्राकृतिक हाइड्रेटिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को नमी प्रदान करने में मदद करते हैं और ड्राइनेस को दूर करते हैं. साथ पिंपल्स से संबंधित समस्या में भी आराम दिलाने में मदद करते हैं.
तुलसी में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फ्लू, एंटी-बायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण मौजूद होते हैं. घरों में तुलसी के पौधे कई लोग लगाते हैं. लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि तुलसी के पौधे कई तरह के होते हैं. ज्यादातर लोगों के घर में हरे रंग की श्यामा तुलसी होती है. लेकिन इसके अलावा भी तुलसी की तरह की होती है. आइए जानते हैं उसके बारे में
श्याम तुलसी
श्याम तुलसी के पत्ते बैंगनी रंग के होते हैं. इसे श्याम तुलसी कहा जाता है. इसे कृष्ण तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. मान्यताओं के मुताबिक ये भगवान कृष्ण को बहुत प्रिय थी. कान्हा को श्याम भी है इसलिए इसे श्याम तुलसी भी कहा जाता है. श्याम तुलसी के पत्ते में विभिन्न औषधीय गुण होते हैं, जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटीबैक्टीरियल, ऐसे में ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और संक्रमण से लड़ने में मददगार साबित हो सकती है.
राम तुलसी
राम तुलसी के पत्ते हरे रंग के होते हैं. इसे श्री तुलसी और भाग्यशाली तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. इस तुलसी का उपयोग पूजा पाठ में किया जाता है. ज्यादातर घरों में राम तुलसी ही पाई जाता ही. इसके पत्ते स्वाद में मीठे होते हैं. इसे उज्ज्वल तुलसी के नाम से भी जाना जाता है.
श्वेत तुलसी
श्वेत तुलसी को विष्णु तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. इसकी पहचान करने का सबसे आसान तरीका है कि इसके ऊपर सफेद रंग के फूल आ जाते हैं. ये घरों में बहुत कम उगाई जाती है.
वन तुलसी
वन तुलसी को जंगली तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. इसके पत्ते हल्क हरे रंग के होते हैं और पत्तियां बारीक होती हैं. साथ नींबू की तरह महक और स्वाद होता है. इस तुलसी के पौधे का इस्तेमाल चाय बनाने के लिए भी किया जाता है. ये प्रतिक्षा प्रणाली के बेहतर बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं. ये विटामिन ए का अच्छा स्रोत होता है. इसलिए इसे तुलसी के नाम से भी जाना जाता है.