एक फोन के स्विच ऑफ होने से मिली थी कंगना रनौत को पहली फिल्म, अब पॉलिटिक्स में आजमा रहीं लक
Bollywood actress Kangana Ranaut Career: बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अपने करियर में एक सिर्फ एक चीज पर फोकस नहीं किया बल्कि हमेशा कुछ नया ट्राए किया. फिल्मी बैकग्राउंड से ताल्लुक न रखने के बाद भी एक्ट्रेस ने फिल्म इंडस्ट्री में अपने दम पर नाम कमाया. एक्ट्रस पहले प्रोड्यूसर बनीं. फिर वे डायरेक्टर बनीं. और अब वे पॉलिटिक्स में कदम रख चुकी हैं. बस कुछ दिनों में ही लोकसभा चुनाव के नतीजे आ जाएंगे. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि बिना किसी पॉलिटिकल बैकग्राउंड के अपनी पॉलिटिकल पारी शुरू कर सभी को हैरान करने वाली कंगना रनौत का ये दांव क्या गुल खिलाता है. वैसे अगर उनके फिल्मी सफर की बात करें तो इसमें तो शुरू से ही उनका लक अच्छा रहा. क्या आप जानते हैं कि एक्ट्रेस को आज से 18 साल पहले उन्हें उनकी पहली फिल्म कैसे मिली थी.
16 साल की उम्र में की ‘क्रांति’
कंगना रनौत ने 16 साल की उम्र में ही बता दिया था कि वे कुछ बड़ा करेंगी. एक्ट्रेस के पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे. लेकिन कंगना का तो डॉक्टर बनने का जरा भी मन नहीं था. जिस उम्र में लोग अपने करियर को लेकर सीरियस होना शुरू होते हैं कंगना कुछ ज्यादा ही सीरियस हो गईं और मॉडलिंग में करियर बनाने के लिए वे घर से भागकर मुंबई चली आईं. यहां शुरुआत में उन्हें काफी स्ट्रगल भी करना पड़ा.
ऑडिशन दिया पर यहां फंसी बात
एक्ट्रेस को जब पता चला की महेश भट्ट के प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले एक फिल्म बन रही है तो उन्होंने झट से इस फिल्म में काम करने के लिए ऑडिशन दे दिया. लेकिन एक्ट्रेस उस दौरान जो रोल प्ले करने वाली थीं उस हिसाब से उनकी अपीयरेंस छोटी लग रही थी. वे कैरेक्टर की एज को मैच नहीं कर पा रही थीं. इसलिए उनकी कास्टिंग फिल्म में नहीं हो पा रही थी. लेकिन उनका मुकद्दर तो उन्होंने तभी लिख लिया था जब वे घर से भागकर आई थीं.
एक फोन के स्विच ऑफ होने से मिली फिल्म
जब कंगना से बात नहीं बनी तो एक्ट्रेस बहुत निराश हुईं. इस फिल्म से उन्हें एक बड़ा मौका मिल रहा था क्योंकि ये लीड एक्ट्रेस का रोल था. इसके बाद इस रोल के लिए फिल्म के डायरेक्टर अनुराग बसु ने बंगाली एक्ट्रेस चित्रांगदा सिंह को कास्ट करने के लिए प्रिफ्रेंस दी. उन्होंने इसके लिए चित्रांगदा सिंह को कॉल लगाई. लेकिन चित्रांगदा कॉल नहीं उठा रही थीं. उनका फोन स्विच ऑफ था. कई बार ट्राए करने के बाद भी अनुराग का संपर्क चित्रांगदा से नहीं हो सका और इस तरह से कंगना को मिली उनकी डेब्यू फिल्म गैंगस्टर.
इसके बाद से फैशन फिल्म में उनकी पॉपुलैरिटी और बढ़ गई. फिर तो क्या ही कहने. क्वीन, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स, रानी लक्ष्मीबाई और रिवॉल्वर रानी जैसी फिल्मों से कंगना लोगों को इंप्रेस करने में सफल रहीं. मगर पिछले कुछ सालों से बढ़ती पॉलिटिकल इन्वॉल्वमेंट से ये कयास लगाने लग गए थे कि कंगना रनौत पॉलिटिक्स में कदम रख सकती हैं. और ऐसा हुआ भी.
अपने पे भरोसा है तो ये दांव लगा ले…
पिछले कुछ समय से कंगना रनौत की फिल्मों को फैन्स का अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला. धाकड़, थलाइवी, जजमेंटल है क्या, तेजस, चंद्रमुखी 2 और सिमरन जैसी उनकी फिल्में कब आईं और कब चली गईं पता नहीं चला. तमिल नाडु की पूर्व चीफ मिनिस्टर जयललिता की बायोपिक को लेकर बज़ तो बना लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फुस्स हो गई.
अब एक्ट्रेस ने अपनी पसंदीदा पार्टी को चुना. पसंदीदा जगह को चुना. और चुनावी मैदान में कूद गईं. जैसे अचानक से कंगना घर से भागकर आईं, जैसे अचानक से उन्हें उनके हाथ से छूटती फिल्म मिली, वैसी ही एक्ट्रेस ने अचानक से चुनाव लड़ने का फैसला लिया. वे काफी कॉन्फिडेंट नजर आ रही हैं. उनके बयान भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए. माहौल तो बना हुआ है. अब उनका ये फैसला क्या रंग लाता है और राजनीति में उनकी किस्मत का पिटारा कैसे खुलता है ये तो चंद दिनों में सामने आ जाएगा.