एजेंसी की यह दशकों में सबसे बड़ी चूक- डोनाल्ड ट्रंप पर हमले पर बोलीं खुफिया सेवा की डायरेक्टर

अमेरिका में राष्ट्रपति पद चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व राष्ट्रपति और प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले को लेकर सीक्रेट सर्विस (खुफिया सेवा) की डायरेक्टर को यूएस कांग्रेस के सामने गवाही देनी पड़ी है. अपनी पेशी के दौरान डायरेक्टर किंबरली चीटल ने कहा कि ट्रंप की हत्या की यह कोशिश बीते कुछ दशकों में एजेंसी की ‘सबसे बड़ी नाकामी’ है. वह ट्रंप की रैली पर हमले के बाद एजेंसी की किसी भी सुरक्षा चूक की पूरी जिम्मेदारी लेती हैं.
सीक्रेट सर्विस की डायरेक्टर ने कहा, “पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश एजेंसी की पिछले कई दशकों में “सबसे बड़ी नाकामी” थी. उन्होंने सोमवार को कांग्रेस के समक्ष सुनवाई के दौरान अमेरिकी सांसदों से कहा, “13 जुलाई को, हम नाकाम रहे.” चीटल ने कहा कि वह इस महीने की शुरुआत में पेंसिल्वेनिया रैली के दौरान ट्रंप के ऊपर हुए जानलेवा हमले से संबंधित एजेंसी की गलतियों की पूरी जिम्मेदारी लेती हैं.
पेंसिल्वेनिया में रैली के दौरान हुई थी फायरिंग
चीटल सोमवार को कांग्रेस की एक समिति के समक्ष पेशी के दौरान अपना पक्ष रख रही थीं, क्योंकि रैली में सुरक्षा से जुड़ी इस बड़ी नाकामी के बाद उनके इस्तीफे की मांग लगातार बढ़ रही है. रैली के दौरान 20 साल के एक बंदूकधारी ने रिपब्लिकन पार्टी के नेता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश की थी.
हाउस ओवरसाइट कमेटी ने 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया रैली में हुई शूटिंग के बाद पहली बार सांसदों के समक्ष चीटल पेश हुईं. इस घटना में एक समर्थक की मौत हो गई थी. थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने पास की एक बिल्डिंग की छत से गोली चलाई जो ट्रंप के कान में पर लगी जबकि हमले में वहां उपस्थित 2 अन्य लोग घायल हो गए.
घटना से कई अमेरिकी सांसद खफा
फायरिंग की इस घटना के बाद अमेरिकी सांसद सुरक्षा को लेकर बेहद नाराज हैं. सांसद इस बात पर अपनी नाराजगी दिखा रहे हैं कि एक बंदूकधारी रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के इतने करीब कैसे पहुंच गया, जबकि एजेंसी की ओर से उन्हें सावधानीपूर्वक सुरक्षा दी जानी चाहिए थी. हालांकि सीक्रेट सर्विस ने यह स्वीकार किया है कि उसने हत्या के इस प्रयास से पहले के सालों में ट्रंप के अभियान द्वारा उनके कार्यक्रमों में सुरक्षा बढ़ाने के कुछ अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया था.
होमलैंड सिक्योरिटी सेक्रेटरी एलेजांद्रो मेयरकास ने जो कुछ हुआ उसे “नाकामी” के रूप में स्वीकार किया, जबकि कई सांसदों की ओर से चीटल से इस्तीफा देने या फिर राष्ट्रपति जो बाइडेन से उन्हें बर्खास्त करने तक का आह्वान किया जा रहा है. हालांकि सीक्रेट सर्विस ने कहा है कि चीटल पद छोड़ने का कोई इरादा नहीं रखती हैं. उन्हें राष्ट्रपति बाइडेन, एक डेमोक्रेट और मेयरकास का समर्थन मिला हुआ है.
1981 के बाद यह पहली बड़ी घटना
अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि हमले से पहले, स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने पाया था कि क्रुक्स रैली के आसपास घूम रहा था. वह मंच के पीछे की छतों की ओर रेंजफाइंडर के लेंस के जरिए झांक रहा था. फिर थोड़ी देर बाद ट्रंप इसी जगह पर खड़े हुए थे. सुरक्षा परिधि के बाहर तैनात अधिकारियों ने क्रुक्स की एक फोटो दिखाई.
ट्रंप पर हमला 1981 में रोनाल्ड रीगन की हत्या के बाद से किसी राष्ट्रपति या राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की हत्या का सबसे खतरनाक प्रयास था. यह एजेंसी द्वारा सुरक्षा चूक से जुड़े मामलों में सबसे नया मामला है, जिसने कई सालों से जांच और सार्वजनिक जांच को आकर्षित किया है. अधिकारी इस जांच में जुटे हैं कि क्रूक्स के इस हमले के पीछे की वजह क्या रही थी. वह किससे प्रेरित था.

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