एयर कंडीशनर में क्यों होता है ब्लास्ट, क्या धूल-मिट्टी है वजह? जानें
Air Conditioner: उत्तर भारत के कई शहरों में पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. अभी मानसून आने में भी काफी समय है. ऐसे में गर्मी से राहत मिलने की संभावना बहुत कम है. भीषण गर्मी की वजह से दिल्ली-नोएडा सहित कई जगहों पर एयर कंडीशनर फटने की घटना सामने आई हैं.
बहुत से लोग समझते हैं कि एयर कंडीशनर में विस्फोट की वजह भीषण गर्मी है, लेकिन ऐसा नहीं है. एयर कंडीशनर कर कंप्रेसर फटने की एक वजह धूल-मिट्टी भी है. यहां हम आपको बताएंगे कि धूल-मिट्टी की वजह से आखिर एयर कंडीशनर का कंप्रेसर क्यों फटता है.
धूल-मिट्टी से कैसे खराब होता है एयर कंडीशनर?
एसी के अच्छे प्रदर्शन के लिए उसके कन्डेंसर के आसपास का तापमान कम होना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि विंडो एसी का बाहर निकला हिस्सा और स्प्लिट एसी की बाहर वाली यूनिट को सीधी धूप से बचाया जाए. हालांकि इसके लिए उसे ऐसे नहीं ढकना चाहिए जिससे कन्डेंसर से निकलने वाली गर्मी का रास्ता बंद हो जाए.
आमतौर पर एसी के कन्डेंसर का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक होता है. यदि उसकी गर्मी नहीं निकल पाएगी या उसके आसपास तापमान बढ़ जाएगा, तो न केवल एसी काम करना बंद कर देगा.बल्कि उसके फटने की आशंका होती है. यदि कन्डेंसर के कॉइल पर धूल या गंदगी जमा हो जाती है. तो गैस प्रवाह में दिक्कत होती है. और कन्डेंसर गर्म होने लगता है. एसी की कूलिंग में कन्डेंसर कॉइल अहम हैं. यही हवा से गर्मी बाहर निकालते हैं. जब कॉइल गंदगी के चलते जाम हो जाता है तब गैस के सामान्य प्रवाह में दिक्कत होती है, इससे कंडेंसर ज्यादा गर्म होने लगता है और आग लगने का खतरा बढ़ जाता है.
कन्डेंसर से गैस लीक होने पर भी एसी से हादसे की आशंका रहती है. लगातार वोल्टेज के उतार-चढ़ाव से एसी के परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है, जो हादसे का कारण बन सकता है. इसलिए एसी को सही तरीके से चलाने के लिए उसकी सही देखभाल जरूरी है.