एशियाई गेम्स में योगा के शामिल होने से सद्गुरु परेशान, बोले: इसका कोई मुकाबला नहीं

ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया ने साल 2026 में जापान के नागोया में आयोजित होने वाले एशियन गेम्स में योगा को एक प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल करने का फैसला किया है, जो ईशा फाउंडेशन के फाउंडर सद्गुरु को जरा भी पसंद नहीं आया है. वह इस फैसले से परेशान हैं. उन्होंने इसका विरोध जताते हुए कहा कि योगा को लंबे समय से आत्म-विकास और आंतरिक विकास के लिए एक पॉवरफुल टूल माना जाता रहा है, जिसकी तुलना या किसी से इसका मुकाबला नहीं किया जाना चाहिए.
सद्गुरू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “यह बेहद परेशान करने वाली और निराशाजनक बात है कि योगा एक ऐसे फील्ड में एंट्री कर रहा है, जिसमें मुकाबला वाला खेल है. योगा आत्म-विकास के लिए एक पावरफुल टूल है, जो एक इंसान को लिमिटेड चीजों से लेकर जिंदगी में अनलिमिटे चीजों तक के एक्सपिरियंस को बढ़ावा देता है. इससे हम योगा के पॉवरफुल साइंस को दूसरे से बेहतर करने की कोशिश करने वाली सर्कस जैसी एक्टिविटी में बदल देंगे.

It is deeply disturbing and disappointing that #Yoga is entering an arena which is essentially a competitive sport arena. Yoga cannot be a competition. Yoga is a powerful tool & mechanism for self-evolution- to raise a human being from limited possibilities to unlimited pic.twitter.com/uhlfUJ7VfS
— Sadhguru (@SadhguruJV) September 10, 2024

एक मजाकिया खेल न बन जाए
उन्होंने आगे इस बात पर जोर दिया कि योगा का सार असल में व्यक्तियों को उनकी सीमाओं को पार करने और जिंदगी के गहरे आयामों का पता लगाने में मदद करने में है, जो इसे कॉम्पिटिटिव फ्रेमवर्क के लिए के नामुनासिब बनाता है. योगा का मतलब समझ से है किसी तरह की तुलना और मुकाबले के बारे में नहीं है. उन्होंगे आगे उम्मीद जताते हुए कहा कि एक सभ्यता के रूप में जिसने योगा साइंस को जन्म दिया, उसके पास यह सुनिश्चित करने की बुद्धि होगी कि यह एक मजाकिया खेल न बन जाए.
योगा सिर्फ एक एक्सरसाइज नहीं
इस तरह सद्गुरु ने एशियाई गेम्स में योगा को शामिल करने के फैसले की तीखी आलोचना की जबकि इस फैसले को योगा के भौतिक पहलुओं को वैश्वीकरण और बढ़ावा देने के एक तरीके के रूप में देखा जा रहा है. सद्गुरु की चिंता योगा के नाम पर होने वाले मिथ और खराब वर्जन को खत्म करने पर भी है. एक और पोस्ट में सद्गुरू ने लिखा कि योगा सिर्फ एक एक्सरसाइज नहीं है. यह एक प्रोसेस और सिस्टम है.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *