एसी में ब्लास्ट ना हो इसके लिए किन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो हो जाएगा सब स्वाहा

वैसे तो अब भारत के कुछ इलाकों में हीटवेव से राहत है लेकिन एसी ब्लास्ट के मामलों में कमी नहीं आई है. एसी ब्लास्ट टेक्नीकल इशू के वजह से तो होता ही इसमें कई बार आपकी गलती भी होती है. एसी ब्लास्ट को रोका जा सकता है अगर आप कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखते हैं. नहीं तो आपको आने वाली मुसबीत के लिए तैयार रहना होगा. यहां हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिनका ध्यान रखने पर आपके साथ हादसा नहीं होगा.
मॉनसून हो या गर्मी इन बातों का रखें ध्यान

साल में कम से कम एक बार एसी की सर्विसिंग करवाते रहना चाहिए, इसमें गैस रिचार्जिंग, फिल्टर क्लीनिंग और बाकी जरूरी जांच शामिल होनी चाहिए.
हर 2 से 3 हफ्ते में एसी के फिल्टर को क्लीन करते रहें, धूल भरे फिल्टर हवा के फ्लो को कम करते हैं, इसकी वजह से कंप्रेसर पर प्रेशर बढ़ता है और ब्लास्ट के चांस बढ़ सकते हैं.
साल में कम से कम एक बार कूलिंग कॉइल को जरूर साफ करवाना चाहिए. गंदे कॉइल कूलिंग करने की कैपेसिटी को कम कर देते हैं, जिसकी वजह से कंप्रेसर पर ज्यादा असर पड़ता है.
हमेशा ध्यान रहे कि एसी की पाइपिंग में किसी भी तरह की लीकेज या डैमेज तो नहीं है, इसको टाइम टू टाइम चेक कराते रहें. अगर लीकेज या किसी भी तरह का डैमेज होता है तो उसे तुरंत ठीक करवाएं.

ब्लास्ट बचने के लिए करें ये उपाय

एसी के साथ आप एमसीबी (Miniature Circuit Breaker) का इस्तेमाल कर सकते हैं ( इसकी कैपेसिटी के हिसाब से) ये आपके एसी को ओवरकरेंट की सिचुएशन में प्रोटेक्ट कर सकता है.
एसी के आसपास जरूरत की वेंटिलेशन रखना बेहद जरूरी है, कई बार प्रॉपर वेंटिलेशन नहीं मिलने की वजह से भी एसी ओवरहीट हो जाते हैं.
एसी में गैस लीकेज की स्मेल आए तो एसी को तुरंत बंद कर दें. इसके बाद किसी टेक्नीशियन को बुलाकर उसे ठीक कराएं.
अगर आपका एसी 10 साल से ज्यादा पुराना है, तो उसे बदलने के बारे में सोंचे, ज्यादा पुराने एसी में ब्लास्ट का खतरा ज्यादा होता है.

कई बार एसी में ब्लास्ट होने के दूसरे कारण भी हो सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप एसी में कोई भी परेशानी दिखे या शक हो तो उसे किसी टेक्नीशियन को दिखाएं और संतुष्टी जरूर कर लें.

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