ओलंपिक खिलाड़ी को जिंदा जलाने वाले को अपने आप मिल गई सजा! तड़प-तड़पकर हुई मौत
युगांडा की एथलीट रेबेका चेप्टेगी को इस महीने की शुरुआत में उनके एक्स बॉयफ्रेंड डिक्सन नडिएमा ने पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जला दिया था. जिसके बाद उनका शरीर 75 प्रतिशत से अधिक जल गया था और इलाज के दौरान उनकी मौत भी हो गई थी. रेबेका चेप्टेगी लॉन्ग डिस्टेंस और मैराथन एथलीट थीं. रेबेका चेप्टेगी ने पेरिस ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था. अब रेबेका के मामले से जुड़ी एक और खबर सामने आई है. उनके एक्स बॉयफ्रेंड डिक्सन नडिएमा की भी मौत हो गई है.
ओलंपिक खिलाड़ी को जिंदा जलाने वाले की भी हुई मौत
एथलीट रेबेका चेप्टेगी और उनके एक्स बॉयफ्रेंड डिक्सन नडिएमा के बीच पिछले कुछ समय से जमीन के टुकड़े को लेकर झगड़ा चल रहा था. जिसके बाद डिक्सन ने केन्या के पश्चिमी ट्रांस-नोजिया काउंटी में रेबेका चेप्टेगी पर घर में घुसकर हमला कर दिया था. डिक्सन ने पेट्रोल से भरा एक जरीकेन खरीदा, उसे चेप्टेगी पर डाला और विवाद के दौरान आग लगा दी थी. इस घटना में डिक्सन भी जल गया था. जिसके बाद दोनों का केन्या के एल्डोरेट शहर के मोई टीचिंग एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां इलाज के दौरान डिक्सन की भी मौत हो गई है.
डिक्सन नडिएमा भी इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था. बताया जा रहा है कि उसका शरीर लगभग 30 प्रतिशत तक जल गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाज के दौरान डिक्सन ने सोमवार को मोई टीचिंग एंड रेफरल अस्पताल में आखिरी सांस ली.
कौन थीं एथलीट रेबेका चेप्टेगी?
रेबेका चेप्टेगी का जन्म 22 फरवरी 1991 को युगांडा में हुआ था. रेबेका चेप्टेगी एथलीट कोड 14413309 वाली एथलीट थीं. चेप्टेगी 2010 से रेसिंग कर रही थीं. रेबेका 2022 में थाईलैंड के चियांग माई में वर्ल्ड माउंटेन और ट्रेल रनिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. रेबेका चेप्टेगी ने हाल ही में पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लिया था. पेरिस ओलंपिक में मैराथन में चेप्टेगी 44वें स्थान पर रहीं थीं.
बता दें, केन्या में किसी खिलाड़ी की हत्या का ये पहला मामला नहीं है. इससे पहले अप्रैल 2022 में महिला धावक डामारिस मुटुआ की एक घर में उसके चेहरे पर तकिया रखकर गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी. वहीं, इससे कुछ महीने पहले एग्नेस टिरोप की उसी शहर में चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी. वहीं, 2022 के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 15-49 वर्ष की आयु की लगभग 34% केन्याई लड़कियों और महिलाओं को शारीरिक हिंसा का सामना करना पड़ा है. पिछले कुछ समय में केन्या में खिलाड़ियों के साथ भी ऐसे कई मामले देखने को मिले हैं.