ओलंपिक में हिजाब पहनना बैन, इस देश ने अपने फैसले से खींचा दुनिया का ध्यान
पेरिस ओलंपिक्स 2024 की शुरुआत 26 जुलाई से होगी और खेलों का यह महाकुंभ 11 अगस्त तक चलेगा. इस बार ओलंपिक में 10000 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिसमें भारत के 117 खिलाड़ी भी शामिल हैं. लेकिन इन खेलों से पहले एक देश ने बड़ा फैसला लिया है. इस देश ने अपने एथलीट्स के हिजाब पहनने पर बैन लगा दिया है. ऐसे में इस देश की महिला एथलीट्स को इस बार ओलंपिक में हिजाब पहने बिना खेलना होगा, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है.
ओलंपिक में बिना हिजाब के खेलेंगे इस देश की महिला एथलीट्स
ओलंपिक 2024 की मेजबानी फ्रांस कर रहा है. इन खेलों में फ्रांस के लगभग 550 एथलीट्स हिस्सा लेंगे. फ्रांस का दल इस समय काफी चर्चों में है. दरअसल, फ्रांस ने अपने देश की महिला एथलीट्स के हिजाब पहनने पर बैन लगा दिया है. पिछले साल सितंबर में फ्रांस की खेल मंत्री एमिली कास्टेरा ने ये फैसला सुनाया था जो ओलंपिक के नजदीक आते-आते वापस सुर्खियों में आ गया है.
सितंबर 2023 में फ़्रांस के खेल मंत्री एमिली ओडेया-कास्टेरा ने ऐलान किया था कि फ्रांस के किसी भी खिलाड़ी को ओलंपिक खेलों के दौरान हेडस्कार्फ पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी. जिसमें पेरिस ओलंपिक 2024 और बाद में होने वाले पैरालंपिक खेल दोनों शामिल हैं. जारी बयान में खेल मंत्री ने कहा था कि हमारे फ्रांसीसी दल में हमारे प्रतिनिधिमंडल के प्रतिनिधि हिजाब नहीं पहनेंगे, जो खेल के क्षेत्र में सख्ती से लागू सख्त धर्मनिरपेक्षता के शासन से जुड़ा हुआ है. धर्मनिरपेक्षता कानून के तहत सभी एथलीटों को एकसमान दिखाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. हालांकि इस फैसले की दुनिया भर में आलोचना की गई है.
दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने पुष्टि की है कि एथलीट ओलंपिक एथलीट गांव में हिजाब पहनने के लिए स्वतंत्र होंगे. आईओसी के प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा कि खेल गांव में, आईओसी के नियम लागू होंगे. हिजाब या किसी भी धर्म-संस्कृति से जुड़ी पोशाक पहनने पर कोई पाबंदी नहीं होगी.
पिछले साल रमजान पर सुनाया था ये फैसला
पिछले साल रमजान के दौरान फ्रेच फुटबॉल फेडरेशन (एफएफएफ) ने रेफरियों को ये आदेश दिया था कि वे इफ्तारी के समय मैच न रोकें. आदेश में कहा गया कि ये रुकावटें एफएफएफ के नियमों के खिलाफ हैं. इस दौरान एफएफएफ ने पुष्टि कि थी की वह मुसलमान खिलाड़ियों के हिसाब से खाने और अभ्यास के समय में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करेगा.