कंधे में जकड़न, क्या है फ्रोजन शोल्डर? और क्यों ये हार्ट अटैक का लक्षण भी लगता है?

कुछ लोगों को कंधे में दर्द की शिकायत रहती है. इस दर्द को मेडिकल की भाषा में फ्रोजन शोल्डर कहते हैं. यह एक आम समस्या है, जो कई वजहों से हो सकती है. फ्रोजन शोल्डर एक ऐसी स्थिति है जिसमें कंधे के जोड़ में सूजन और अकड़न आ जाती है, जिससे हाथ हिलाना तक मुश्किल हो जाता है. हाथ और कंधे की हड्डियों के बीच मांसपेशियों और टेंडनों के जोड़ वाले हिस्से को रोटेटर कफ कहते हैं. कई बार इसके आसपास चोट या मोच के कारण सूजन के साथ दर्द होना शुरू हो जाता है. ऐसी स्थिति में फ्रोजन शोल्डर की समस्या हो जाती हैं. आम भाषा में फ्रोजन शोल्डर को कंधे का जमना भी कहते हैं.
इसमें कंधा काम नहीं कर पाता है. इस दर्द की शुरूआत कंधे के पिछले वाले हिस्से से होती है, बाद में धीरे-धीरे यह दर्द आगे छाती की तरफ आने लगता है. लंबे समय तक इसका असर रहने से यह खून बहने वाली नसों को प्रभावित करता है. जब ये दर्द आगे की ओर आता है तो लोग कुछ मामलों में इसको हार्ट अटैक का लक्षण मान लेते हैं, लेकिन क्या कंधे का दर्द हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है? आइए जानते हैं.
फ्रोजन सोल्डर या हार्ट अटैक?
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में डायरेक्टर डॉ सुभाष गिरी बताते हैं कि अगर कंधे में दर्द रहता है तो कई मामलों में ये दर्द छाती की तरफ भी आ जाता है और छाती में तेज दर्द बना रहता है. खासतौर पर अगर बाएं कंधे में दर्द रहता है और ये छाती की तरफ आ जाता है तो लोग इसको हार्ट अटैक का लक्षण मान लेते हैं, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि फ्रोजन सोल्डर हार्ट अटैक का लक्षण हो.
इस कन्फ्यूजन को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि अगर लंबे समय से किसी एक कंधे खासतौर पर बाएं कंधे में दर्द है तो इसका एक्सरे कराएं और डॉक्टर से सलाह लें. अगर कंधे में कोई इंजरी या किसी नस में समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें. अगर दर्द छाती में भी रहता है तो घबराएं नहीं. इस दौरान कार्डियोलॉजिस्ट से सलाह लें. कार्डियोलॉजिस्ट कुछ टेस्ट करके बता देंगे की आपको दिल की कोई बीमारी है या नहीं. अगर हार्ट की जांच में कोई समस्या नहीं आती है तो इसका मतलब है कि कंधे में दर्द की परेशानी बढ़ रही है और इसका सही इलाज जरूरी है.
फ्रोजन शोल्डर के लक्षण
फ्रोजन शोल्डर में सबसे पहले हल्का दर्द शुरू होता है जो धीरे-धीरे बढ़ने लगता है जिसका असर रात में भी रहता है. हाथों में हरकत बंद होने लगती है. तमाम तरह की गतिविधियों जैसे कि बालों को कंघी करना, कपड़े पहनना और गाड़ी चलाने में परेशानी आने लग जाती है साथ ही कंधा भी कमजोर होने लगता है.
फ्रोजन शोल्डर का इलाज
कुछ चीजें हैं जो जोखिम को कम करने के लिए की जा सकती हैं. व्यायाम और स्ट्रेचिंग करनी चाहिए जो कंधे की गतिशीलता और लचीलेपन को बेहतर बना सके. गंभीर मामलों में सर्जरी भी करनी पड़ सकती है.

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