कमलनाथ के गढ़ में फिर चुनाव, बीजेपी ने उप चुनाव में उतारे 35 स्टार प्रचारक
देश में लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के 6 महीने बाद ही उप चुनाव होने जा रहे है. दरअसल कांग्रेस से लगातार कई नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने कमलनाथ ने गढ़ को फतेह करने के लिए अपना पूरा जोर लगाया था. कमलनाथ के करीबी विधायक कमलेश शाह बीजेपी में शामिल हो गए थे. कमलेश छिंदवाड़ा जिले की अमरवाड़ा सीट से विधायक थे. ये कमलनाथ के लिए बड़ा झटका था.
अब 10 जुलाई को इस सीट पर चुनाव होना है. कांग्रेस ने भी आज अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया. धीरन शाह इनवाती कांग्रेस के उम्मीदवार है. ये आंचलकुंड दरबार के सेवक सुखराम दादा के बेटे हैं. कांग्रेस प्रत्याशी 20 जून गुरुवार को दोपहर 12 बजे अपना नामांकन दाखिल करेंगे. इस नामांकन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शामिल रहेंगे.
कांग्रेस से बीजेपी में आए कमलेश शाह कितनी बड़ी चुनौती
कमलेश शाह एक आदिवासी नेता है. वो लगातार 3 बार कांग्रेस से विधायक रहे है. 2023 का ही विधानसभा चुनाव उन्होंने 25 हजार वोट से जीता था. कमलनाथ के बाद छिंदवाड़ा ज़िले से सबसे बड़ी जीत उन्हीं की थी. छिंदवाड़ा के राजनीतिक जानकारों के अनुसार कमलेश शाह की जीत में कमलनाथ का बहुत बड़ा रोल नहीं रहा. कमलेश शाह खुद अपने दम पर चुनाव जीतते आए है.
कांग्रेस ने महंत के बेटे धीरनशा इनवाती को टिकट दिया
इस सीट पर कांग्रेस ने भी बड़ा दांव खेला है. चूंकि बीजेपी प्रत्याशी कमलेश शाह का आदिवासियों में दबदबा है. लिहाजा एक ऐसे आदिवासी को कांग्रेस ने टिकट दिया है, जिसके परिवार से आदिवासियों की आस्था जुड़ी है. इस इलाके में आंचल कुंड धाम से आदिवासी लोगों की बहुत आस्था है. सुखराम दादा जो की इस धाम के महंत है. कांग्रेस ने उन्हीं के बेटे को टिकट दिया है. इस सीट पर 70 प्रतिशत मतदाता आदिवासी है.
बीजेपी ने उप चुनाव में 35 स्टार प्रचारक उतारे
बीजेपी ने इस सीट पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. पहली बार देखने को मिल रहा है कि किसी उप चुनाव में 35 स्टार प्रचारक उतारे गए है. मुख्य मंत्री मोहन यादव से लेकर कैलाश विजयवर्गीय तक कई बड़े नेता अब यही प्रचार करते हुए दिखाई देंगे. बीजेपी हाल ही में लोकसभा चुनाव में 40 सालों के बाद छिंदवाड़ा सीट जीती है. लिहाजा इस को भी वो जितना चाहेगी.