करीब एक महीने तक रहा शांत, हिजबुल्लाह ने बताया इजराइल पर हमले में देरी क्यों हुई?

हिजबुल्लाह ने रविवार सुबह इजराइल पर 300 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागने के बाद कहा कि उसने अपने कमांडर फवाद शुक्र की मौत का बदला लिया है. इजराइल ने 30 जुलाई को लेबनान में स्ट्राइक करते हुए हिजबुल्लाह के कमांडर फवाद शुक्र को मार गिराया था. जिसके बाद हिजबुल्लाह ने इसका बदला लेने की कसम खाई थी, लंबे समय तक धमकियों का दौर चलने के बाद हिजबुल्लाह ने रविवार को अपने बदले को अंजाम दे दिया है.
हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह ने अब इस हमले में देरी के पीछे की वजह भी बताई है. नसरल्लाह ने कहा कि फवाद शुक्र की हत्या का बदला लेने के फैसले को उसने कई बार कई अलग अलग कारणों की वजह से स्थगित किया. नसरल्लाह के मुताबिक जवाबी हमले में देरी करना लेबनान के हित में नहीं था, लेकिन इस देरी का इजराइल और उसकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ा है. इसके अलावा गाजा शांति वार्ता भी हमले में देरी की अहम वजह है.
अकेले ही करा हमला
ईरान की राजधानी तेहरान में हमास पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह कमांडर फवाद शुक्र की हत्या के बाद ईरान, हिजबु्ल्लाह, हूती और इराकी विद्रोही गुटों की तरफ से लगातार इजराइल पर जवाबी हमले की धमकी दी जा रही थी. जानकारों ने आशंका जताई थी कि इजराइल पर एक बड़ा जाइंट हमला हो सकता है जिसमें क्षेत्र की कई प्रॉक्सी एक साथ मिलके इजराइल पर हमला बोल सकते हैं.

लेकिन रविवार सुबह हिजबुल्लाह ने अकेले ही इजराइल पर हमला किया. हसन नसरल्लाह ने कहा कि रविवार को हिजबुल्लाह ने अपने अलाइंस के बिना हमला करने का फैसला किया. उन्होंने कहा इसके पीछे हिजबुल्लाह का अपना मकसद है जिसका खुलासा बाद में किया जाएगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि क्षेत्र के दूसरे विद्रोही गुट मिलके फैसले करेंगे कि इजराइल को कैसे जवाब दिया जाए.
“नागरिकों को नहीं बनाएंगे निशाना”
हसन नसरल्लाह ने अपने बयान में दावा किया है कि उनके हमले ने तेल अवीव से महज 1.5 किलोमीटर दूर इजराइल सेना के ग्लिलोट सैन्य अड्डे को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा, “जब हमने अपनी जवाबी कार्रवाई का प्लान बनाया, तो तय किया कि हम नागरिक सुविधाओं और नागरिक आबादी को निशाना नहीं बनाएंगे, बल्कि तेल अवीव के पास सैन्य ठिकानों को निशाना बनाएंगे और उन ठिकानों को निशाना बनाएंगे जो फवाद शुक्र की हत्या से जुड़े होंगे.
नसरल्लाह ने दावा किया कि ग्लिलोट बेस को इसलिए चुना गया क्योंकि इसमें इजराइली सैन्य खुफिया की तथाकथित इकाई 8200 है, जो फवाद शुक्र की हत्या के लिए जिम्मेदार है.
हमले से मध्य पूर्व में तनाव बड़ा
हिजबुल्लाह के ताजा हमले के बाद मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है. कई विश्व शक्तियों ने दोनों पक्षों से तनाव कम करने की अपील की है, हिजबुल्लाह के हमले के बाद इजराइल ने दावा किया कि उसकी एयर फोर्स के 100 से ज्यादा फाइटर जेट लेबनान के आसमान में उड़ रहे हैं और हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं.

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