कहानी एक ऐसे विदेशी पाखंडी की जिसने बनाया ‘किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट’, महिलाओं से करता था दरिंदगी

“अपराध” एक ऐसा शब्द है, जो न सिर्फ भारत बल्कि हर देश में सुनाई देता है, हर देश के अखबार में अपराध को लेकर एक न एक खबर छपती है. वहीं, अपराधों में आज कल बलात्कार की खबर सबसे ज्यादा सुनाई देती है. हालांकि, हम सब जब भी बलात्कार की खबर सुनते हैं तो पहला ख्याल यहीं आता है कि इस शख्स को सही शिक्षा नहीं मिली होगी, मोरल एजुकेशन नहीं हुई होगी, लेकिन क्या हो कि अगर जिन लोगों को मोरल एजुकेशन की जिम्मेदारी दी गई हो, जो लोग सबको नेक राह बताए और जिनको गुरु माना जाए, उनके ऊपर ही बलात्कार और तस्करी के आरोप लग जाए.
ऐसा ही एक केस हाल ही में फिलीपींस में सामने आया, जहां खुद को “खुदा का बेटा” कहने वाले पादरी को लेकर कई खुलासे किए गए, अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (F.B.I) पादरी अपोलो क्विबोलॉय की पिछले दो हफ्ते से तलाश में थी जो तलाश अब जाकर खत्म हुई और फिलीपींस में पादरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पादरी अपोलो क्विबोलॉय पर तस्करी, रेप के आरोप दर्ज है. इनके आरोप से लेकर इनके पकड़े जाने तक और इनके अपनी किंगडम खड़ी करने तक के हर पहलू पर बात करते हैं.
कौन है अपोलो क्विबोलॉय?
अपोलो क्विबोलॉय फिलीपींस का एक नागरिक है, जोकि कोई साधारण आदमी नहीं है, इनका कहना है कि उनके 70 लाख अनुयायी (FOLLOWERS) हैं. अपोलो क्विबोलॉय दावा करते हैं कि वो खुदा के बेटे हैं. साल 1985 में क्विबोलॉय ने अपनी एक किंगडम बनाई, जिसका नाम दिया ‘किंगडम ऑफ जीसस क्राइस्ट’ (Kingdom of Jesus Christ). 74 साल का क्विबोलॉय पिछले 39 साल से अपनी किंगडम चला रहा है. पादरी का यह किंगडम 75 एकड़ में फैला हुआ है. इस किंगडम में लगभग 40 बिल्डिंग हैं, जिनमें एक चर्च, एक स्कूल और यहां तक ​​कि प्राइवेट जेट के लिए एक गैरेज भी है.
क्या थे आरोप
पाखंडी अपोलो क्विबोलॉय पर कई आरोप दर्ज किए गए हैं. उनके अपराध का कोई एक किस्सा नहीं है. एफबीआई ने कहा क्विबोलॉय पर आरोप है कि उन्होंने फिलीपींस से अमेरिका में महिलाओं की तस्करी की, जहां उन्हें एक फर्जी चैरिटी के लिए पैसे मांगने के लिए मजबूर किया जाता था. साथ ही वो महिलाओं को अपनी पर्सनल असिस्टेंट के नाम पर रखता था और उनके साथ दुष्कर्म को अंजाम देता था. कई लड़कियां उसकी इस दरिंदगी का शिकार हुई.
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि पाखंडी की दरदंगी का खुलासा हुआ हो, इससे पहले साल 2021 में अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने क्विबोलॉय पर बच्चों की तस्करी, नकदी की तस्करी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे.
कैसे हुई गिरफ्तारी
पाखंडी की गिरफ्तारी होना इतना आसान नहीं था, सोचिए जिस शख्स के 70 लाख मानने वाले हो और वो उसको अपना गुरु माने, उसको सम्मानित व्यक्ति समझे, ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार करना आसान हो पाएगा. पुलिस पिछले 2 हफ्ते से क्विबोलॉय को पकड़ने की कोशिश कर रही थी. जिसके लिए पुलिस ने उसकी किंगडम में रेड की, जहां पता लगा कि वो एक बंकर में छुपा हुआ है.
क्विबोलॉय को पकड़ने के लिए 2 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों ने उसकी किंगडम को घेर रखा था. उसके किंगडम में पुलिस को उसके समर्थकों का सामना करना पड़ा, उनके गुस्से को झेलना पड़ा, समर्थक पुलिस को पत्थर मार रहे थे. आखिरकार दो हफ्ते तक जद्दोजहद करने के बाद रविवार को वो दिन आ ही गया जब पाखंडी की गिरफ्तारी हुई. दरअसल, हैरानी की बात यह रही कि जिस क्विबोलॉय के किंगडम को पुलिस ने उसको ढूंढने के लिए छावनी में तब्दील कर दिया था, उसी ने आखिर में पुलिस के अल्टीमेटम देने के बाद खुद ही सरेंडर कर दिया.
2021 में भी आरोप हुए थे दर्ज
क्विबोलॉय के वकील ने कहा, उन्होंने सरेंडर इसीलिए किया क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि राज्य में हिंसा जारी रहे. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 में अमेरिका जस्टिस डिपार्टमेंट ने जब क्विबोलॉय की हरकतों का खुलासा किया था, उसी समय उनके गिरफ्तार होने के आसार बन गए थे, लेकिन वो उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति के धार्मिक एडवाइजर थे, जिसकी वजह से उन पर एक्शन नहीं लिया गया.
गिरफ्तारी के बाद क्या कहा?
क्विबोलॉय के साथ उसके 4 और साथियों को गिरफ्तार किया गया है और उन सभी को देश की राजधानी मनिला की जेल में रखा गया है. क्विबोलॉय ने गिरफ्तार होने से पहले कहा, मेरी गिरफ्तारी के पीछे शैतानी ताकत है. साथ ही उन्होंने कहा, एफबीआई उनके मामले में ज्यादा न घुसे. क्विबोलॉय ने कहा, वो अपने ऊपर लगे सारे चार्ज को झूठा करार देते हैं.
कितनी है दौलत?
अपोलो क्विबोलॉय के पास काफी दौलत है, उनके पास प्राइवेट जेट है, महेंगी गाड़ियां और खुद का टीवी चैनल भी है. अपोलो क्विबोलॉय के प्रवचन कोई साधारण प्रवचन नहीं होते थे, उनके प्रवचन एक बड़े से स्टेज पर होते थे, जोकि उनके खुद के टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया चैनल पर अपलोड किए जाते हैं.

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