‘काउंटिंग में गड़बड़ी नहीं हुई तो बीजेपी की हार तय’, ममता बनर्जी का बड़ा दावा

पश्चिम बंगाल में सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को लोकसभा की नौ सीटों पर मतदान है. बंगाल की जिन सीटों पर वोटिंग है उनके नाम हैं-बारासात, बशीरहाट, डॉयमंड हार्बर, दमदम, जयनगर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण, कोलकाता उत्तर और मथुरापुर. इन सभी सीटों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है. कुल मिलाकर बंगाल में अंतिम चरण का चुनाव टीएमसी के गढ़ में होने वाला है. बीजेपी कह रही है कि इस बार उसकी जीत तय है तो टीएमसी खुद बड़ी जीत का दावा कर रही है.
इस बीच चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले ममता बनर्जी ने जादवपुर में लोगों को संबोधित करते हुए भाषण दिया. उन्होंने सबसे पहले तो लोगों को धन्यवाद दिया है और कहा कि लोगों के समर्थन के बिना यह असंभव था. उन्होंने जादवपुर को टीएमसी की जन्मस्थली और मातृभूमि बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसी संभावना है कि अगर वोटों की गिनती ठीक से आयोजित की गईं, तो बीजेपी इस बार सत्ता में नहीं आएगी.
राशन, पानी, बिजली का मुद्दा उठाया
ममता बनर्जी ने कहा है कि टीएमसी अपना शिष्टाचार बनाए रखती है. देश में महंगाई आसमान छू रही है. केंद्र सरकार लोगों को मुफ्त राशन देने के बारे में झूठ बोलते हैं और कोई फंड जारी नहीं करते हैं. टीएमसी वहीं राशन, पानी और बिजली भी उपलब्ध कराती है. पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुफ्त रसोई गैस देने के बारे में उन्होंने झूठ बोला. यह लोगों को 15 लाख रुपये देने के उनके फर्जी वादे के समान है. ममता ने कहा कि उन्होंने किसी दूसरे प्रधानमंत्री को ऐसा झूठ बोलते नहीं देखा.
पीएम मोदी पर साधा निशाना
ममता ने अपने भाषण में जिक्र किया कि पीएम की कुर्सी मूल्यवान है और इसके संवैधानिक नियम हैं. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को इसकी जरा भी परवाह नहीं है. हर बार चुनाव से पहले 48 घंटे तक प्रचार पाने के लिए कहीं न कहीं बैठे रहते हैं. वह बेशक ध्यान कर सकते हैं लेकिन कैमरों की मौजूदगी में क्यों? वह 5 मिनट की फुटेज दिखाएंगे लेकिन बाकी समय उन्हें आराम करना होगा.
पीएम मोदी पर आगो ममता बोलती हैं कि वे जरूरत के समय लोगों के साथ खड़े नहीं होते हैं. ममता ने कहा कि शुरू में दिखाई गई गिनती से किसी को प्रभावित नहीं होना चाहिए. एक लोकसभा सीट में 7 विधानसभा क्षेत्र होते हैं. चूंकि चुनाव आयोग उनके अधीन है, वे वे सीटें दिखाएंगे जिनमें भाजपा आगे है, न कि वे सीटें जिनमें हमें वोटों का अधिक अंतर मिल रहा है.
अपनी उपलब्धियां गिनवाई
ममता ने अपने कार्यकाल के दौरान किए काम को भी गिनवाया. उन्होंने कहा कि टीएमसी नेल 46 लाख लोगों के लिए राहत केंद्र स्थापित किए हैं. लेकिन उनके लिए क्षतिग्रस्त घरों को बहाल करने की जरूरत है. कल मैंने देखा है कि कैसे अधिक पानी के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गईं. हमने हमेशा उनकी मदद की है और आगे भी करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि सेवाएँ हमेशा मुस्कुराहट के साथ प्रदान की जानी चाहिए.
99% शरणार्थी कॉलोनियों की पहचान
ममता ने दावा किया कि लगभग 99% शरणार्थी कॉलोनियों की पहचान हो चुकी है और बाकी की भी हो जाएगी. हमने मलिन बस्तियों को भी सम्मान दिया है. मलिन बस्तियों को अब “उतरन” कहा जाता है. अगर उन क्षेत्रों के बेटे-बेटियाँ भी उच्च शिक्षा ले सकते हैं तो उन्हें मलिन बस्तियाँ क्यों कहा जाए. इसी कारण इसे उतरन नाम दिया गया है. कॉलोनियों को अब “स्थयी ठिकाना” कहा जाता है. कॉलोनी से ऐसा लगता है जैसे बांग्लादेश से आए लोगों के पास कोई स्थायी पता नहीं है और इसलिए यह नाम दिया गया है

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