काम कर-करके थक गया रोबोट, सीढ़ियों से कूद कर की खुदकुशी, क्या ये मुमकिन है?

अभी तक इंसान, जानवर और पेड़ पौधों में ही खुश होने और दुखी होने की जानकारी थी, लेकिन सेंट्रल साउथ कोरिया से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां रोबोट ने सीढ़ी से कूदकर खुदकुशी की कोशिश की है.
अभी तक आपने मशीनों के खराब होने या उनमें शॉर्ट सर्किट होने के बारे में ही सुना होगा, लेकिन रोबोट की खुदकुशी की कोशिश के बाद साइंटिस्ट अब इसे जांच और रिचर्स का विषय मान रहे हैं.
क्या है रोबोट की खुदकुशी का मामला?
रोबोट की खुदकुशी का मामला साउथ कोरिया में सामने आया है, जहां सेंट्रल साउथ कोरिया की नगर पालिका ने अनाउंसमेंट किया है कि वो एक रोबोट की खुदकुशी के मामले की जांच करेगी, जिसमें एक रोबोट ने सीढ़ियों से कूद कर आत्महत्या की कोशिश की है.
आखिर रोबोट ने क्यों की खुदकुशी?
खुदकुशी करने वाले जिस रोबोट के बारे में बात हो रही है ये नगर निगम के कामों में मदद करता था. वहीं सेंट्रल साउथ कोरिया नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि ये रोबोट बीते एक साल से गुमी शहर के रहवासियों के प्रशासनिक कामों में मदद करता था. सीढ़ी से कूदने से पहले रोबोट ने कुछ ऐसी हरकत की जिसे देखकर लोग इसे खुदकुशी मान रहे हैं.
रोबोट ने सीढ़ी के पास पहुंच कर की ये हरकत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब रोबोट नगर निगम के ऑफिस में बनी सीढ़ी के पास पहुंचा तो उसने पहले आसपास देखा और फिर ऑफिस की सीढ़ी पर अपने आप को धकेल दिया. जिसके बाद ये रोबोट निष्क्रिय हो गया.
नगर निगम ऑफिस में क्या करता था रोबोट?
ये रोबोट सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और इसका अपना पब्लिक सर्विस कार्ड भी था. एक मंजिल तक सीमित अन्य रोबोट्स के विपरीत ये लिफ्ट (एलिवेटर) को बुला सकता था और फ्लोर्स में ऊपर नीचे तक जा सकता था. ऐसे में लोगों का मानना है कि रोबोट ने काम के दवाब के चलते खुदकुशी कर ली. वैसे दक्षिण कोरिया रोबोट के प्रति अपने आकर्षण के लिए जाना जाता है, जहां हर दस कर्मचारियों पर एक रोबोट है. यहां दुनिया में सबसे ज्यादा रोबोट्स हैं.
क्या कोई रोबोट आत्महत्या कर सकता है?
इस मामले में पाया गया कि रोबोट पहले एक ही जगह पर चक्कर लगा रहा था. कुछ देर बाद वो करीब 2 मीटर ऊंची सीढ़ियों से नीचे गिरा और उसके सारे सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया. अब बात आती है कि क्या कोई मशीन सुसाइड कर सकती है क्या, फिलहाल इस मामले पर जांच की जा रही है. लेकिन एक बात साफ है कि इंसानों और मशीन के मामले में आत्महत्या बिलकुल अलग है. जैसा कि ये इस तरह का पहला मामला है, लेकिन रोबोट को इन सब के बाद भी रिपेयर करके उसे एक्टिव किया जा सकता है और काम लिया जा सकता है. इसके प्रोग्राम को बदला जा सकता है, मेमोरी को खत्म किया जा सकता है और इससे दोबारा नए काम करवाए जा सकते हैं. जबकि इंसानी मामले में एक बार जान जाने के बाद कुछ नहीं किया जा सकता.

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