काली मिर्च जैसा दिखने वाला ये मसाला है कई हेल्थ प्रॉब्लम का हल
भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाली काली मिर्च को मसालों का राजा भी कहा जाता है. काली खाने में स्वाद और सुगंध दोनों बढ़ा देती है, वहीं इसके अलावा यह गुणों में भी कम नहीं है. फिलहाल हम इस वक्त बात कर रहे हैं कबाब चीनी की जो रंग और आकार में काली मिर्च की तरह ही लगती है, हालांकि इसमें तीखापन थोड़ा कम होता है जबकि इसका अरोमा स्ट्रांग होता है. काली मिर्च की तरह ही कबाब चीनी भी मसाले की श्रेणी में ही आती है.
कबाब चीनी का उपयोग खाने में स्वाद और सुगंध (खासतौर पर नॉनवेज में इसका यूज होता है) को तो ऐड करता ही है, इसके अलावा इसका इस्तेमाल औषधि की तरह भी किया जाता है. तो चलिए जान लेते हैं कि कबाब चीनी के क्या फायदे होते हैं.
मुंह की दुर्गंध को रोके
कबाब चीनी की सुगंध तेज होती है और इस वजह से यह मुंह की दुर्गंध दूर करने में भी सहायक है. इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक गुण दांत और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं में राहत दिलाने में भी कारगर माने जाते हैं.
पेट को मिलता है फायदा
कबाब चीनी पेट की सेहत को दुरुस्त रखने में हेल्प फुल है यानी ये पाचन को बेहतर बनाने में सहायक है. इसके सेवन से ज्यादा फैट वाले भारी खाने को पचाने में आसानी होती है, जिससे पेट संबंधित समस्याओं जैसे अपच, खाने के बाद पेट में भारीपन, ब्लोटिंग जैसी दिक्कतों से बचाव होता है.
सांस से जुड़ी दिक्कतों में फायदा
कबाब चीनी का सेवन आपको सांसो से संबंधित दिक्कतों में राहत दिला सकता है. इसमें मौजूद ब्रोन्कोडायलेटर गुण फेफड़ों में वायु प्रवाह में सुधार करने में सहायक रहते हैं और यह बलगम को हटाने में भी कारगर मानी गई है. इसलिए ये हल्के बुखार, जुकाम और खांसी में फायदा करती है.
यूरीन से जुड़ी दिक्कतों में फायदेमंद
कबाब चीनी का सेवन यूरीन से जुड़ी समस्याओं जैसे टॉयलेट करते समय जलन या दर्द महसूस होना आदि में भी आराम दिला सकता है. अगर यूरिन से जुड़ी कोई दिक्कत हो तो कबाब चीनी के पाउडर का सेवन किया जा सकता है. हालांकि अगर आप किसी भी तरह की मेडिकल कंडीशन से जूझ रहे हैं तो पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें. कबाबा चीनी की तासीर गर्म मानी गई है, इसलिए गर्मियों के दिनो में इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना सही रहता है.