काशी मोदीमय है, अखिलेश यादव शेख चिल्ली के सपने देख रहे… बोले पीयूष गोयल
लोकसभा चुनाव के लिए अब सातवें और आखिरी चरण की वोटिंग बची हुई है. 1 जून को आखिरी चरण की वोटिंग भी खत्म हो जाएगी. इससे पहले वाराणसी और पूर्वांचल की कई सीटों पर सियासत गर्म है. बीजेपी के कई बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में डेरा डाले हुए हैं. इनमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल है.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने टीवी9 भारतवर्ष से वाराणसी की सीट समेत की मुद्दों पर बात की. इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के लिए और भी बड़े जनादेश की भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा कि पूरी काशी मोदीमय है. लोग अपना सारा प्यार और आशीर्वाद दे रहे हैं. पीएम मोदी काशी वासियों के लिए विकास का एक वेव लेकर आए हैं.
‘काशीवासियों और पीएम के बीच असाधारण बंधन’
उन्होंने कहा है कि काशी के लोगों और पीएम मोदी के बीच एक असाधारण बंधन है जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. मेरा मानना है कि काशी एक ऐसा परिवार है जो पीएम को हमेशा आशीर्वाद देता है. यहां की जनता ने पीएम मोदी को दो बार यह सीट जितवाई है.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि वो जब भी वाराणसी आते हैं तो उन्हें हर बार एक नई काशी नजर आती है. शहर के विकास का जिक्र करते हुए गोयल ने कहा कि बुनियादी ढांचा को नया आयाम मिला है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के बाद दो, ढाई साल में लगभग 16 करोड़ श्रद्धालु दर्शन के लिए काशी आ चुके हैं.
केंद्रीय मंत्री बोले- पूर्वांचल के लोग काफी अनुभवी हैं
वाराणसी के आलावा पूर्वांचल की बाकी सीटों के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के लोग बड़े अनुभवी हैं. उन्होंने सालों-सालों तक जात-पात और धर्म में बांटने की राजनीति को देखा है. आज वो समझते हैं कि इनके लिए सही क्या है. जिस प्रकार से पीएम मोदी के नेतृत्व में यूपी का कायाकल्प हुआ है, सभी ने इसे देखा है. एक प्रकार से पूरे उत्तर प्रदेश में विकास की जो नई लहर आई है इसे विकास की एक नई लहर की ओर लेकर जा रही है. पूर्वांचल के लोगों तक पीएम के नेतृत्व में इतनी ढेर सारी योजनाएं पहुंचीं हैं, उसका आशीर्वाद जरूर मिलेगा.
वहीं, अखिलेश यादव के 79 सीट जीतने के दावे पर गोयल ने कहा कि शेख चिल्ली के सपने देखने को उनको पूरी छूट है. मैं यहां 2013 से आ रहा हूं. 2014 का चुनाव हो या फिर 2017 का हो या फिर 2022 और 2024 का हो, अखिलेश यादव की यहां की जनता जानती है. उनके लिए क्या सही है क्या अच्छा है सब जानती है.