कीर्ति आजाद क्या दिलीप घोष को कर देंगे ‘आउट’? जानें Tv9 एग्जिट पोल का अनुमान

लोकसभा चुनाव में बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा क्षेत्र काफी सुर्खियों में रहा है. इस लोकसभा सीट पर पश्चिम बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद के बीच मुकाबला है. चुनाव प्रचार के दौरान दोनों ही एक-दूसरे पर जमकर सियासी हमला बोला, लेकिन अब लोगों की निगाहें टिकी हुई है कि बर्दवान-दुर्गापुर से क्या फिर से दिलीप घोष लोकसभा में वापसी करेंगे या कीर्ति आजाद उन्हें आउट कर देंगे. PEOPLES INSIGHT, POLSTRAT और TV9 के एग्जिट पोल सर्वे का अनुमान है कि पहले विधानसभा चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव जीतते रहे दिलीप घोष को इस बार पराजय का सामना करना पड़ सकता है.
एग्जिट पोल के सर्वे के अनुसार बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट पर टीएमसी के उम्मीदवार कीर्ति आजाद को 44.96 फीसदी वोट और बीजेपी के उम्मीदवार दिलीप घोष को 39.34 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है. हालांकि 4 जून को लोकसभा चुनाव के रिजल्ट सामने आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह से साफ होगी.
बता दें कि दिलीप घोष लंबे समय तक बंगाल भाजपा के अध्यक्ष रहे थे. साल 2018 में उनके नेतृत्व में बीजेपी लोकसभा चुनाव में मुकाबला किया था और बीजेपी ने पहली बार बंगाल में 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. साल 2021 का विधानसभा चुनाव भी बीजेपी ने दिलीप घोष के नेतृत्व में ही लड़ा था, लेकिन बीजेपी को 77 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था और ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में वापसी की थी. उसके बाद उनकी जगह सुकांत मजूमदार को प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया है.
दिलीप घोष की बदली गई सीट
इस बीच, प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए दिलीप घोष मेदिनीपुर लोकसभा सीट से 2019 में सांसद निर्वाचित हुए थे, लेकिन इस साल उनकी सीट बदल दी गई और उन्हें बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. इस सीट से पहले एसएस अहलुवालिया बीजेपी के सांसद थे. बीजेपी ने उन्हें आसनसोल से टीएमसी के शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ उतारा है.
वहीं, 2019 में बीजेपी के एसएस अहलुवालिया ने टीएमसी की डॉ मुमताज संघमित्रा को पराजित कर बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी. इस कारण टीएमसी की पूरी कोशिश है कि इस सीट पर फिर से जीत हासिल की जाए.
पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद बने टीएमसी के उम्मीदवार
उन्होंने पूर्व क्रिकेटर और बिहार के पूर्व मुख्यंमत्री भागवत झा आजाद के बेटे कीर्ति आजाद को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है. बिहार के दरभंगा से बीजेपी के सांसद रहे कार्ति आजाद को दिसंबर 2015 में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ विवाद के बाद उन्हें भाजपा से निलंबित कर दिया गया था.
फरवरी 2019 में वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए और धनबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार पशुपति नाथ सिंह के खिलाफ चुनाव में उतरे, लेकिन उन्हें पराजय मिली. उसके बाद वह 2022 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. फिलहाल गोवा में तृणमूल कांग्रेस के प्रभारी हैं. टीएमसी ने उन्हें बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. PEOPLES INSIGHT, POLSTRAT और TV9 के एग्जिट पोल का अनुमान है कि उन्हें जीत मिल सकती है. यदि कीर्ति आजाद को जीत मिलती है, तो फिर से उनकी सक्रिय और संसदीय राजनीति में वापसी होगी.

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